बर्मिंघम: पूर्व भारतीय बल्लेबाज संजय मांजरेकर का मानना है कि करियर के इस पड़ाव पर महेन्द्र सिंह धोनी के स्ट्राइक रेट पर सवाल उठाना सही नहीं है और उनकी जगह लोकेश राहुल जैसे युवा खिलाड़ियों को अधिक जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए।
धोनी ने 31 गेंद में 42 रन बनाये। मांजरेकर को यह बात चौंकाने वाली लगी कि इस अनुभवी बल्लेबाज ने आखिरी ओवरों में बड़ा शाट नहीं लगाया लेकिन उन्होंने माना कि दूसरे बल्लेबाजों को अपना स्तर ऊंचा करना होगा।
मांजरेकर ने बांग्लादेश के खिलाफ मैच की पूर्व संध्या पर पीटीआई से कहा, ‘‘ यह वास्तव में अनुचित है कि करियर के इस स्तर पर भी सारा ध्यान सिर्फ धोनी पर है, क्या टीम में दूसरे बल्लेबाज नहीं है जो भारत को जीत दिलाने में मदद कर सकें। अगर ऐसा है तो यह भारतीय क्रिकेट के लिए अच्छा संकेत नहीं है।’’
मांजरेकर को लगता है कि राहुल को अपनी शुरूआत को बड़ी पारी में बदलना चाहिए और अपनी क्षमता के साथ न्याय करना चाहिए। भारत के लिए 37 टेस्ट मैच खेलने वाले मुंबई के इस बल्लेबाज ने कहा, ‘‘ धोनी पर इतना ज्यादा ध्यान नहीं होना चाहिए। ये बातें मीडिया में चर्चा के लिए हैं। अगर मैं भारतीय क्रिकेट का शुभचिंतक हूं तो राहुल और दूसरे बल्लेबाजों पर अच्छा प्रदर्शन करने का दबाव बनाउंगा जिससे धोनी जैसे खिलाड़ी से दबाव कम हो सके।’’
मांजरेकर ने हालांकि माना कि अगर धोनी पारी के 20-25वें ओवर में बल्लेबाजी के लिए आते हैं तो उन्हें गेंद और रन के बीच में ज्यादा अंतर नहीं होने देना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘अगर टीम शुरूआत में दो विकेट गंवा देती है तब तो यह समझ में आता है। अगर वह 22वें या 25वें ओवर में बल्लेबाजी के लिए आते हैं तो उन्हों गेंद और रन में ज्यादा अंतर नहीं होने देना चाहिए।’’
टीम में मयंक अग्रवाल के आने से मांजरेकर खुश हैं। उन्होंने कहा,‘‘विजय शंकर का चोटिल होना दुर्भाग्यशाली है लेकिन मयंक के टीम में आने से मैं खुश हूं। मुझे लगता है मयंक शानदार खिलाड़ी है। उसका टीम से जुड़ना अच्छा है।’’
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