कार्डिफ। इंग्लैंड के कप्तान इयोन मोर्गन का मानना है कि सलामी बल्लेबाज जैसन रॉय ने पिछले दो वर्षों में अपने अंदर का जज्बा जगाया और अपनी प्रवृत्ति में महत्वपूर्ण सुधार से ही उन्हें पिछले दो वर्षों में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शानदार सफलता मिली। रॉय ने पिछले 18 महीनों के अंदर वनडे में अपना छठा शतक जमाया जिससे इंग्लैंड शनिवार को यहां बांग्लादेश को हराकर विश्व कप में फिर से जीत की राह पर लौटा।
पाकिस्तान के खिलाफ पांच मैचों की श्रृंखला में रॉय ने बेहतरीन बल्लेबाजी की थी जबकि दो साल पहले चैंपियन्स ट्राफी के दौरान वह एक एक रन बनाने के लिये जूझ रहे थे। तब वह सेमीफाइनल तक टीम से बाहर हो चुके थे लेकिन उन्होंने जॉनी बेयरस्टॉ के साथी के रूप में फिर से वापसी की। बांग्लादेश के खिलाफ 153 रन की पारी खेलने वाले इस बल्लेबाज की कप्तान मोर्गन ने भी जमकर तारीफ की।
मोर्गन ने कहा, ‘‘संभवत: उनका सबसे मजबूत पक्ष उनका जज्बा है। मेरा ऐसा कहने से बहुत से लोगों को हैरानी हो सकती है लेकिन आप उस पर गौर करो कि वह काउंटी क्रिकेटर से अब संपूर्ण अंतरराष्ट्रीय स्तर के क्रिकेटर के रूप में परिपक्व हो गया है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘उसने अपनी पारी के दौरान विभिन्न चरणों में जिस तरह का जज्बा दिखाया, जिस तरह से वह अपने शॉट लगाता था, मुझे लगता है कि अपने अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत से लेकर अब तक उसमें काफी अंतर आ चुका है।’’
इंग्लैंड की शानदार जीत में केवल एक ही खराब पक्ष रहा और वह था जोस बटलर का अपनी अर्धशतकीय पारी के दौरान चोटिल होना जिसके कारण वह विकेटकीपिंग के लिये नहीं उतर पाये। लेकिन मोर्गन ने कहा कि इस विकेटकीपर की कूल्हे की परेशानी चिंता का विषय नहीं है और उन्हें ऐहतियात के तौर पर क्षेत्ररक्षण के लिये नहीं उतारा गया।
मोर्गन ने इस बीच कहा कि पाकिस्तान के खिलाफ ट्रेंटब्रिज में हार के बाद उनकी टीम ने पूरी तरह से बदला हुआ प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा, ‘‘उस दिन की तुलना में काफी सुधार देखने को मिला। पूरे मैच के दौरान, शुरुआत से लेकर आखिर तक इसमें बदलाव दिखा। पाकिस्तान के खिलाफ हमने नियमित अंतराल में विकेट गंवाये थे। आज सलामी जोड़ी ने ठोस नींव रखी।’’
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