World Cup 2019: भारत के हार की विलेन बनी धोनी और केदार की बल्लेबाजी पर भड़क उठे सौरव गांगुली, सुनाई खरी-खोटी
मैच के बाद एमएस धोनी की धीमी बल्लेबाज़ी की एक बार फिर टीम इंडिया के लिए विलेन साबित हुई। सभी दिग्गज और फैंस का कहना है की अगर समय रहते धोनी पहले ही बड़ें शॉट्स खेलते तो टीम इंडिया जीत सकती थी।
आईसीसी क्रिकेट विश्व कप 2019 में इंग्लैंड ने बीती रात भारत को 31 रनों से हराया। इस तरह टीम इंडिया टूर्नामेंट में अपना पहला मैच हारी। ऐसे में नाराज क्रिकेट दिग्गजों और पंडितों को इस बात का मलाल नहीं है कि भारत हार गया। उन्हें दुःख तो इस बात है कि आखिर के ओवर में टीम इंडिया के बल्लेबाज एम. एस धोनी और केदार जाधव ने जीत के इरादे से बल्लेबाजी ही नहीं की। जिसके चलते भारत को हारना पड़ा। इस बात पर गुस्सा होकर कमेंट्री कर रहे भारत के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने धोनी पर बड़ा बयान दिया है।
दरअसल, मैच के बाद एमएस धोनी की धीमी बल्लेबाज़ी की एक बार फिर टीम इंडिया के लिए विलेन साबित हुई। सभी दिग्गज और फैंस का कहना है की अगर समय रहते धोनी पहले ही बड़ें शॉट्स खेलते तो टीम इंडिया जीत सकती थी।
भारत को जीत के लिए 10 ओवर में 104 चाहिए थे। जिसके चलते भारत को धोनी की 31 गेंदों पर 42 रन जबकि केदार जाधव के 13 गेंदों में 12 रन हार का सबसे मुख्य कारण बने।
इसी बीच कमेंट्री बॉक्स में बैठ कमेंट्री कर रहे सौरव गांगुली भारत की धीमी बल्लेबाजी और जीत का जज्बा ना देख टीम पर काफी भडक गए। टीवी पर दिग्गज सौरव गांगुली उर्फ़ दादा और इंग्लैंड के पूर्व कप्तान नासिर हुसैन आखिरी के ओवरों में कॉमेंटरी कर रहे थे। दोनों ही धोनी और जाधव की ऐसी बल्लेबाज़ी देखकर हैरान भी थे।
नासिर हुसैन ने आखिरी के 10 ओवरों में कॉमेंटरी करते हुए कहा कि ''मैं पूरी तरह से आश्चर्यचकित हूं कि आखिर ये हो क्या रहा है। ये वैसा खेल नहीं है जैसा भारत को चाहिए। इन्हें रन चाहिए लेकिन ये क्या कर रहे हैं? कुछ भारतीय फैन्स ने तो अब मैदान से बाहर जाना भी शुरु कर दिया है। ये चाहते हैं कि धोनी शॉट खेलें और कुछ हवाई शॉट लगाएं। ये एक विश्वकप का मैच है और विश्वकप की दो टॉप साइड्स खेल रही हैं। उन्हें कोशिश करनी चाहिए। भारतीय फैन्स चाहते हैं कि उनकी टीम इससे बेहतर करे। वो ये भी चाहते हैं कि कम से कम उनकी टीम लड़ाई देकर तो हारे। जीत की कोशिश तो करे।''
वही दूसरी तरफ नासिर हुसैन की इन बातों का दादा के पास भी कोई जवाब नहीं था। क्योंकि दादा भी आखिरी के ओवरों में भारतीय बल्लेबाज़ों की अप्रोच से हैरान थे। उन्होंने कहा कि ''हमारे हाथ में पांच विकेट हैं और फिर भी डॉट गेंदें खेलना मेरी समझ से परे है।''
दादा ने कहा, ''मेरे पास आपकी बात के लिए कोई स्पष्टिकरण नहीं है, आपने मुझसे सवाल किया है लेकिन मैं इन सिंगल्स के बारे में कुछ नहीं कह सकता। इंग्लिश गेंदबाज़ों की लाइन और लैंग्थ भी भारतीय बल्लेबाज़ों को परेशान कर रही है। आपको 338 रनों के लक्ष्य का पीछा कर रहे हो और आपके हाथ में 5 विकेट हैं। ये सिर्फ आपकी सोच है कि आप खेल को किस तरह से देख रहे हैं। इस समय तो सोच और मैसेज बिल्कुल साफ होना चाहिए कि गेंद कहीं भी आए आपको उसे सीधे बाउंड्री पार पहुंचाना है। इस स्थिति में एक डॉट गेंद कुछ समझ नहीं आ रहा।''
इतना ही नहीं इसके बाद दादा ने आगे कहा, ''क्या ड्रेसिंग रुम में ये सवाल किया जाएगा कि आप मैदान पर आखिर कर क्या रहे थे।''
गांगुली ने तो धोनी और जाधव पर मैच के बाद भी सवाल उठाए उन्होंने स्टार स्पोर्ट्स पर कहा कि ''शुरुआती 10 और आखिरी के 6 ओवरों में हमसे चूक हुई। उम्मीद करता हूं कि आगे विश्वकप में हम वापसी करेंगे क्योंकि हम शानदार फॉर्म में हैं। हमारे खिलाड़ियों का इन ओवरों में इरादा ठीक नहीं था। हमारी टीम अगर जीत की कोशिश करते हुए 300 पर ऑल-आउट हो जाती तो मैं ज्यादा खुश होता। इस स्थिति आगे भी आएंगी, इससे पार पाने के लिए उन्हें रणनीति तैयार करनी होगी।''
बता दें की इंग्लैंड द्वारा दिए गए 338 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए टीम इंडिया पांच विकेट के नुकसान पर सिर्फ 306 रन बना पाई। जिसमें धोनी और केदार जाधव की धीमी बल्लेबाजी सभी दर्शको समेत क्रिकेट दिग्गजों के दिलों में चोट कर गई।