नॉटिंघम। गेंदबाजी में वह खुद को मैच विजेता साबित कर चुके हैं लेकिन क्षेत्ररक्षण कोच आर श्रीधर के अनुसार जसप्रीत बुमराह अपनी कड़ी मेहनत और समर्पण के कारण पिछले तीन वर्षों में अपने क्षेत्ररक्षण में आमूलचूल सुधार करने वाले खिलाड़ियों में शामिल हो गये हैं। बुमराह के ‘स्लिंग एक्शन’ को समझना दुनिया भर के बल्लेबाजों के लिये परेशानी का सबब रहा है लेकिन वह चपल क्षेत्ररक्षक नहीं थे।
श्रीधर ने भारत और न्यूजीलैंड के बीच मैच बारिश की भेंट चढ़ जाने के बाद पत्रकारों से कहा, ‘‘जहां तक क्षेत्ररक्षण का सवाल है तो बुमराह सबसे कड़ी मेहनत करने वाले खिलाड़ियों में से एक है। जब वह 2016 में टीम से जुड़े थे तब से लेकर अब तक उनके क्षेत्ररक्षण में आमूलचूल सुधार हुआ है हालांकि अब भी इस पर काम चल रहा है लेकिन उन्होंने बहुत सुधार किया है।’’
उन्होंने कहा कि अपने खेल में सुधार करने की प्रतिबद्धता के कारण ही गुजरात का यह तेज गेंदबाज यह बदलाव कर पाया। श्रीधर ने कहा, ‘‘फिटनेस के बढ़ते स्तर के साथ खिलाड़ियों की मानसिकता और फिर हम उसमें क्षेत्ररक्षण के तकनीकी पहलुओं तथा जागरूकता और उम्मीदों को जोड़ देते हैं। इसलिए इन सभी के जोड़ से निश्चित तौर पर उन्हें क्षेत्ररक्षण स्तर में सुधार करने में मदद मिली।’’
श्रीधर ने कहा कि बुमराह, केदार जाधव और युजवेंद्र चहल जैसे कुछ खिलाड़ी नैसर्गिक एथलीट नहीं हैं लेकिन वे अपनी फिटनेस पर कड़ी मेहनत करते हैं और अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुकूल स्तर हासिल करते हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि निजी स्तर पर वह भारतीय टीम के संपूर्ण क्षेत्ररक्षण स्तर से बहुत खुश है।
उन्होंने कहा, ‘‘निजी तौर पर मैं क्षेत्ररक्षण से बहुत खुश हूं। हमारे पास रोहित शर्मा के रूप में स्लिप में एक अच्छा क्षेत्ररक्षक है। हमारे पास विराट कोहली और रविंद्र जडेजा जैसे खिलाड़ी हैं जो कि बेहतरीन क्षेत्ररक्षक हैं। वे किसी भी बल्लेबाज को खौफ पैदा कर सकते हैं और वे 30 गज के घेरे में ही रहते हैं।’’
श्रीधर ने कहा, ‘‘इसके अलावा हमारे पास हार्दिक पंड्या जैसा खिलाड़ी है जो कि जरूरत पड़ने पर आपको वास्तव में मदद पहुंचा सकता है। हमारे पास कैच लेने वाले अच्छे क्षेत्ररक्षक हैं।’’
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