2019 विश्व कप फाइनल में ओवर थ्रो के चलते हुआ था बड़ा विवाद, जल्द होगा नियम में बदलाव
जब मार्टिन गप्टिल ने थ्रो किया तब बल्लेबाज स्टोक्स और आदिल रशीद ने एक-दूसरे को क्रॉस नहीं किया था।
क्रिकेट इतिहास में 44 साल बाद इंग्लैंड विश्व कप विजेता बना। क्रिकेट के मक्का कहे जाने वाले मैदान लॉर्ड्स में फ़ाइनल मैच के दौरान कई विवाद उत्पन्न हुए व आईसीसी के नए नियमों की कड़ी आलोचना की गई।
इस कड़ी में सबसे पहले ओवर थ्रो के रन तो बाद में सुपर ओवर टाई होने के बाद बाउंड्री के आधार पर इंग्लैंड को विश्व कप विजेता घोषित किया जाना, क्रिकेट पंडितों से लेकर दिग्गजों तक को रास नहीं आया।
इंग्लैंड के चैम्पियन बनने के बाद तमाम तरह के अपने-अपने सुझाव दिग्गजों ने सामने रखे, जिसको लेकर अब मेरिलबोन क्रिकेट क्लब (एमसीसी) अपने अगले मीटिंग में ओवर थ्रो के नियम पर चर्चा करते हुए कोई बड़ा फैसला कर सकती है।
गौरतलब है की विश्व कप के फाइनल मुकाबले में इंग्लैंड को अंतिम ओवर की 3 गेंदों में 9 रन जीत के लिए चाहिए थे। तभी चौथी गेंद पर बेन स्टोक्स शॉट खेलते है और एक रन लेने के बाद तेजी से दूर रन भागते है, इसी दौरान बाउंड्री पर खड़ें मार्टिन गप्टिल थ्रो करते हैं और गेंद स्टोक्स के बल्ले से लग कर चार रनों के लिए चली जाती है। जिस पर अंपायर आपस में बातचीत करने के बाद इंग्लैंड को 6 रन दे दिए। इस तरह जहां सिर्फ 2 रन होने चाहिए थे, वहां इंग्लैंड को 4 रन और अधिक रन मिल गए यानी कुल मिलाकर इंग्लैंड के खाते में 6 रन जुड़ गए। जिसके बाद इंग्लैंड को दो गेंदों में 3 रन चाहिए थे मगर मैच टाई हो गया।
ऐसे में फाइनल मैच के बाद ओवर थ्रो के रन पर बड़ी बहस छिड़ी। जिस पर आईसीसी के पूर्व अम्पायर साइमन टफेल ने इसे गलत करार देते हुए कहा, "क्रिकेट के 19.8 नियम के तहत अगर गेंद ओवरथ्रो पर बाउंड्री के पार चली जाए तो ओवरथ्रो से पहले लिए गए रनों में बाउंड्री के चार रन जुड़ जाएंगे। अगर ओवर थ्रो या फिर फील्डर के जानबूझ कर किए गए एक्ट से गेंद बाउंड्री पार कर जाती है तो इसका फायदा दूसरी टीम को मिलता है। रन लेते समय रन का फायदा तभी मिलता है, जब बल्लेबाज ने थ्रो से पहले रन पूरा कर लिया हो या फिर थ्रो से पहले ही दोनों बल्लेबाज एक दुसरे को क्रॉस कर जाते हैं।"
उनका कहना था कि जब मार्टिन गप्टिल ने थ्रो किया तब बल्लेबाज स्टोक्स और आदिल रशीद ने एक-दूसरे को क्रॉस नहीं किया था। जिसके चलते इंग्लैंड को जहां 2 रन मिलें वहाँ एक रन होना चाहिए था। अगर ऐसा होता तो जिस एक रन की वजह से मैच टाई हुआ शायद उस एक रन की वजह से न्यूजीलैंड मैच जीत सकती थी।
इस मसले पर ICC ने कहा था कि अंपायरों ने स्थिति के हिसाब से फैसला लिया था जिसपर वे कोई प्रतिक्रिया नहीं दे सकते हैं। जबकि न्यूजीलैंड कप्तान केन विलियम्सन ने मैच के बाद क्रिकेट में ऐसी घटना दोबारा कभी ना होने की बात कही। जबकि बेन स्टोक्स ने कहा कि उन्हें इस घटना पर जिंदगी भर के लिए पछतावा रहेगा।