World Cup 2019: मेजबान इंग्लैंड के सामने पहली जीत की तलाश में उतरेगी अफगानिस्तान
अफगानिस्तान जब विश्व कप में आई थी तो उससे अच्छे प्रदर्शन और बड़े उलटफेर की उम्मीद थी, लेकिन अभी तक खेले चार मैचों में वह ऐसा नहीं कर पाई और चारों में उसे हार मिली है।
मैनचेस्टर। मेजबान इंग्लैंड ने आईसीसी विश्व कप-2019 में अभी तक बेहतरीन प्रदर्शन किया है और चार में सिर्फ एक ही मैच गंवाया है। मंगलवार को उसका सामना ओल्ड ट्रैफर्ड स्टेडियम में अफगानिस्तान से होना है।
अफगानिस्तान जब विश्व कप में आई थी तो उससे अच्छे प्रदर्शन और बड़े उलटफेर की उम्मीद थी, लेकिन अभी तक खेले चार मैचों में वह ऐसा नहीं कर पाई और चारों में उसे हार मिली है।
अफगानिस्तान अपनी पहली जीत के खोज में है तो वहीं मेजबान अपने विजयी क्रम को बनाए रखना चाहेगी। उसके लिए हालांकि चिंता कम नहीं हैं। बेहतरीन फॉर्म में चल रहे सलामी बल्लेबाज जेस रॉय मांसपेशियों में खिंचाव के कारण टीम से बाहर हैं तो वहीं नियमित कप्तान इयोन मोर्गन की फिटनेस पर फैसला अगले 24 घंटों में लिया जाएगा।
यह दोनों वेस्टइंडीज के खिलाफ खेले गए पिछले मैच में चोटिल हो गए थे। रॉय बल्लेबाजी करने भी नहीं आए थे। उनके स्थान पर जोए रूट ने जॉनी बेयरस्टो के साथ पारी की शुरुआत की थी। रॉय के स्थान पर जेम्स विंसे का टीम में आना तय माना जा रहा है।
लेकिन अगर मोर्गन बाहर बैठते हैं तो चिंता इस बात की होगी कि मध्य क्रम में उन जैसे बल्लेबाज की भरपाई कौन करेगा। अगर ऐसा होता है तो बेयरस्टो, रुट, बेन स्टोक्स, जोस बटलर पर अतिरिक्त भार होगा। मोर्गन अगर बाहर होते हैं तो मोइन अली टीम में आ सकते हैं। वह बल्लेबाजी अच्छी कर सकते हैं और साथ में स्पिन का विकल्प भी मौजूद कराएंगे।
इंग्लैंड किसी भी सूरत में अफगानिस्तान को हल्के में नहीं लेगी। बेशक अफगानिस्तान ने उस तरह की क्रिकेट अभी तक नहीं खेली जिस तरह की खेलने के लिए वह मशहूर है, लेकिन इंग्लैंड की कमजोरी स्पिन हैं और यहां अफगानिस्तान के पास राशिद खान, मोहम्मद नबी और मुजीब उर रहमान जैसे स्पिनर हैं। इंग्लैंड को अगर खतरा है तो यहीं है।
अफगानिस्तान की बल्लेबाजी इंग्लैंड के सामने टिक पाती है या नहीं इस पर निगाहें होंगी। वैसे जिस तरह के फॉर्म में जोफ्रा आर्चर हैंे उससे अफगानिस्तान के बल्लेबाजों के संभल कर खेलने और विकेट बचा कर रखने की जरूरत होगी। जबकि नूर अली जादरान, हसमतुल्लाह शाहिदी, हजरतुल्लाह जाजई पर बड़ी जिम्मेदारी होगी।
टीमें (संभावित) :-
अफगानिस्तान : गुलबदीन नैब (कप्तान), नूर अली जादरान, हजरतुल्लाह जादरान, असगर स्टानिकजाई, हजरतुल्लाह जाजई, हसमतुल्लाह जादरान, राशिद खान, दौलत जादरान, अफताब आलम, हामिद हसन, मुजीब उर रहमान, रहमत शाह, समिउल्लाह शिनवारी, मोम्मद नबी, मोहम्मद शाहजाद, इकराम अली (विकेटकीपर)।
इंग्लैंड : इयोन मोर्गन (कप्तान), मोइन अली, जोफ्रा आर्चर, जॉनी बेयरस्टो (विकेटकीपर), जोस बटलर, टॉम कुरैन, लियाम डॉसन, लियाम प्लंकट, आदिल राशिद, जोए रूट, बेन स्टोक्स, जेम्स विंसे, क्रिस वोक्स, मार्क वुड।