युवराज सिंह ने बताया, कैसे कैंसर के बाद सचिन की मदद से उन्होंने क्रिकेट में की वापसी
युवराज ने बताया कि कैसे एक समय कैंसर के बाद उन्होंने सचिन की सलाह से वापस अंतराष्ट्रीय क्रिकेट में कदम रखा।
भारतीय क्रिकेट में सचिन तेंदुलकर हमेशा से युवाओं के लिए प्रेरणा के स्त्रोत रहे हैं। उनसे प्रेरणा पाकर टीम इंडिया को वर्तमान में विराट कोहली, रोहित शर्मा और सुरेश रैना जैसे बल्लेबाज मिले हैं। इतना ही नहीं टीम इंडिया के युवा स्टार बल्लेबाज रहे युवराज सिंह ने सचिन के साथ कई साल तक क्रिकेट खेला। वो भी अपने क्रिकेट करियर में सचिन को काफी अहम मानते हैं। इस तरह सचिन के साथ बीते अपने समय को याद करते हुए युवराज सिंह अक्सर खुलासे किया करते हैं। इस कड़ी में अब युवराज ने बताया कि कैसे एक समय कैंसर के बाद उन्होंने सचिन की सलाह से वापस अंतराष्ट्रीय क्रिकेट में कदम रखा।
स्पोर्ट्सकीड़ा से बातचीत के दौरान टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर युवराज सिंह ने कहा, "कैंसर के बाद मैं एकदम टूटा हुआ था और अगर ऐसे समय में किसी शख्स ने टीम इंडिया में वापसी करने में मेरी मदद की, तो वह सचिन तेंदुलकर थे। उन्हें याद है कि कैसे सचिन ने प्रेरित किया कि अगर वह खेल से प्यार करते हैं, तो वह घरेलू क्रिकेट खेलने के बारे में न सोचें। उस समय जिंदगी में काफी उतार-चढ़ाव से मैं गुजर रहा था और ऐसे में मैंने लगातार सचिन पाजी से बात करना जारी रखा। तब सचिन ने कह कि हम क्रिकेट क्यों खेलते हैं? निश्चित ही, हम अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलना चाहते हैं, लेकिन हम खेल के प्यार के कारण खेलते हैं। अगर आप खेल से प्यार हैं, तो आप खेलना चाहते हैं।"
युवराज ने आगे कहा, "मेरी सचिन पाजी के साथ अच्छी बात हुई और मैं 3-4 साल घरेलू क्रिकेट खेला। मैं भारतीय टीम से अंदर-बाहर हो रहा था। मैं टी20 वर्ल्ड कप भी खेला। मैंने कुछ बार वापसी भी की, लेकिन तब ऐसे हालात आए, जब लगा कि यह आगे बढ़ने का समय है क्योंकि कैंसर के बाद मेरा शरीर पहले जैसा नहीं रह गया था।"
गौरलतब है कि कैंसर के बाद टीम इंडिया में आने वाले युवराज सिंह ने इंग्लैंड के खिलाफ अपने वनडे करियर की सबसे बेस्ट 150 रनों की पारी खेली। हालाँकि वो ज्यादा समय तक टीम इंडिया में अपना स्थान पक्का नहीं कर पाए और फिर बाद में क्रिकेट से दूर होते चले गए।
बता दें कि युवराज सिंह ने टीम इंडिया के लिए 304 वनडे मैचों में 8701 रन जबकि 40 टेस्ट मैचों में 1900 रन बनाए। इतना ही नहीं 58 अन्तराष्ट्रीय टी20 मैचों में उन्होंने 1177 रन बनाए। जबकि टी20 में 6 गेंदों में 6 छक्के व 12 गेंदों में 50 रन बनाने का रिकॉर्ड अभी तक उनके नाम है।