भारतीय टीम को नई ऊंचाईयों पर ले जाने वाले पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को लेकर अब तरह तरह की अटकलें लगाई जाने लगी हैं। इन अटकलों में सबसे ज्यादा जोर इस बात का है कि धोनी को अगले टी-20 विश्वकप में विधिवत विदाई दी जा सकती है। इस टूर्नामेंट के दौरान ही धोनी अपने संन्यास की विधिवत घोषणा कर सकते हैं और इसी कारण से उन्हें मौका दिया जा सकता है। धोनी 38 साल के हो चुके हैं और ऐसे में लगातार झुके रह कर विकेटकीपिंग करना अब शायद धोनी के लिए उतना सहज ना हो। पिछले 6 महीने से धोनी ने कोई भी अंतर्राष्ट्रीय मैच नहीं खेला है, यही वजह है कि उन्हें बीसीसीआई ने अपने कॉन्ट्रेक्ट में शामिल नहीं किया है। हालांकि धोनी के संन्यास पर अभी कोई भी खुल कर बोलने को तैयार नहीं है।
भारतीय क्रिकेट में ऐसे कई खिलाड़ी हैं जिन्हें परंपरागत विदाई या फेयरवेल मैच खेलने का मौका तक नहीं मिला। राहुल द्रविड़ और वीवीएस लक्ष्मण जैसे बड़े खिलाड़ियों को भी फेयरवेल मैच खेलने का मौका नहीं मिला। यहां तक कि भारतीय टीम को पहला विश्वकप जिताने वाले कपिल देव तक की विदाई भी बड़े अजीब हालात में हुई थी। केवल सचिन तेंदुलकर को शानदार तरीके से मैदान को अलविदा कहने का मौका मिला था, वहीं सुनील गावस्कर जैसे दिग्गज ने भी अपने हिसाब से संन्यास का ऐलान किया था।
महेंद्र सिंह धोनी का नाम बीसीसीआई के कान्ट्रेक्टेड खिलाड़ियों की लिस्ट में ना होने से जहां एक तरफ उनके फैंस काफी निराश हैं, वहीं अभी तक उनके संन्यास पर बना सस्पेंस सबको यही सोचने पर मजबूर कर रहा है कि आने वाले टी-20 विश्वकप में धोनी का रोल क्या रहेगा। फैंस को तो यही उम्मीद है कि चाहे विदाई टूर्नामेंट ही सही लेकिन उन्हें धोनी का हेलीकॉप्टर शॉट देखने को जरूर मिलेगा। महेंद्र सिंह धोनी के करियर को लेकर कई पूर्व खिलाड़ियों की राय भी अलग-अलग है, टर्बोनेटर हरभजन सिंह का मानना है कि धोनी अपने करियर का अंतिम मैच खेल चुके हैं यानि उनकी माने तो अब सिर्फ धोनी के संन्यास का औपचारिक ऐलान ही बाकी है।
Latest Cricket News