जब विराट कोहली के सिलेक्शन के लिए मांगे गए थे पैसे, तो उनके पिता ने कह दी थी ये बात
पैसा मांगने पर कोहली के पिता ने साफ कर दिया था कि अपने दम पर जो उनका बेटा कर लेगा, वो ठीक है, मगर ऐसे नहीं खेलना।
विराट कोहली की गिनती इस समय दुनिया के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में की जाती है। उनकी काबलियत और मेहनत ने ही आज उन्हें इतना महान बल्लेबाज और टीम इंडिया के तीनों फॉर्मेट का कप्तान बनाया है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि कभी विराट कोहली के टीम में चयन के लिए भी पैसे मांगे गए थे? शायद नहीं, लेकिन इसका खुलासा अब खुद विराट कोहली ने भारतीय फुटबॉल टीम के कप्तान सुनील छेत्री के साथ एक लाइव चैट में किया है।
इंस्टाग्राम पर हुई इस लाइव चैट के दौरान विराट कोहली ने बताया कि एक बार स्टेट क्रिकेट में चयन के लिए किसी ने उनसे पैसों की मांग की थी जिसकी वजह से कोहली काफी आहत हुए और रोए भी। कोहली ने बताया कि एक बार स्टेट क्रिकेट के किसी सदस्य ने उनके पिता से कहा कि चयन की तो परेशानी नहीं है, मगर इसके लिए उन्हें कुछ अतिरिक्त करना होगा। यानी पैसा मांग रहे थे। इतना तो समझ में आ गया था कि वह क्या मांग रहा है।
इसके बाद कोहली ने कहा कि उनके पिता ने साफ कर दिया था कि अपने दम पर जो उनका बेटा कर लेगा, वो ठीक है, मगर ऐसे नहीं खेलना।
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कोहली ने इसी के साथ बताया कि वह इस बात से काफी परेशान हुए और रोए भी। लेकिन इस दौरान उनके पिता ने आगे आकर हौसला बढ़ाया और कहा वो करो, जो कोई नहीं कर रहा। उनकी यही बात विराट कोहली ने गांठ बांध ली।
इस लाइव चैट के दौरान विराट कोहली ने अपनी फिटनेस का क्रेडिट शंकर बासु को देते हुए कहा "ये ( फिटनेस ) मेरे लिए सब कुछ है। लेकिन इसका क्रेडिट मैं नहीं लेना चाहूँगा। हाँ आप मेहनत करते हो लेकिन कोई आपके पीछे होता है जो आपको निर्देश देता है। इसलिए मेरे करियर को एक स्तर से दूसरे स्तर तक ले जाने में फिटनेस एक काफी बड़ा फैक्टर रही है। ये सबकुछ मिस्टर शंकर बसु के चलते संभव हो पाया है। वो तब आरसीबी के ट्रेनर थे और बाद में टीम इंडिया के भी ट्रेनर बने। सभी उन्हें पसंद करते हैं।“
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कोहली ने आगे कहा, 'मुझे याद है साल 2015 में वो मेरे पास आए और उन्होंने कहा कि मैं तुम्हे लिफ्टिंग के बारे में बताता हूँ। मैं डर गया था क्योंकि मुझे पहले से ही पीठ में समस्या थी। जिसके बाद उन्होंने मुझसे भरोसा रखने को कहा और बोले की फिटनेस तुम्हारे क्रिकेट को बदल देगी। इसके बाद जब रिजल्ट मिलना शुरू हुए तब मुझे सच में अहसास हुआ कि यही सबकुछ है।"
इतना ही नहीं कोहली ने अंत में अपने वीगन बनने के बारे में कहा, "ये काफी शानदार है और लगभग दो साल हो चुके हैं। मुझे लगता है कि ( नॉन वेज छोड़ना ) मेरे जीवन का सबसे अच्छा निर्णय है। मुझे इस और पहले ही ले लेना चाहिए था।"