टीम इंडिया के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली और महान बल्लेबाज़ बल्लेबाज़ सचिन तेंदुलकर दोनों काफी समय तक साथ अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट खेले हैं. इस दौरान दोनों में गहरी दोस्ती भी हो गई. इस दोस्ती की नींव पड़ी थी लॉर्ड्स टेस्ट में जो गांगुली का पहला टेस्ट था. आपको बता दें कि गांगुली की हाल ही में आत्मकथा जारी हुई है. किताब का नाम ‘अ सेंचुरी इज नॉट इनफ’ है. उन्होंने इसमें अपने खेल के दिनों से जुड़े कई राज़ खोले हैं, जिनमें से एक किस्सा लॉर्ड्स टेस्ट मैच का है.
गांगुली ने एनडीटीवी को दिए एक इंटरव्यू में 1996 के एक किस्से का जिक्र किया। तेंदुलकर ने तब उनके बल्ले में पड़ गई दरार को दुरुस्त करने के लिए टी ब्रेक के दौरान उसकी टेपिंग की थी. दादा के अनुसार, “मैं अपने पहले टेस्ट में था. टी ब्रेक तक मैं 100 रन पर खेल रहा था। तकरीबन छह घंटे बल्लेबाजी करने के बाद मैं आया था और मेरे बल्ले का हैंडल चटक गया था, जिसके कारण उसमें दरार पड़ गई थी. ब्रेक सिर्फ 15 मिनट के लिए था. मैं टेप से बल्ले को बांधने में जुटा था, तभी सचिन वहां आए और बोले- तुम आराम से चाय पियो, क्योंकि तुम्हें जाकर अभी खेलना है. मैं उसे (बल्ले) सही कर देता हूं.”
बायोग्राफी में इसी के अलावा गांगुली ने पूर्व भारतीय कोच और पूर्व ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम के कप्तान ग्रेग चैपल के साथ अपने संबंधों पर प्रकाश डाला है.
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