वेस्टइंडीज दौरे के लिए 19 जुलाई को होगा टीम का चयन, धोनी के भविष्य पर अभी फैसला नहीं
विश्व कप के सेमीफाइनल में नौ जुलाई को न्यूजीलैंड से हार के बाद से ही धोनी के भविष्य पर चर्चा की जाने लगी।
नई दिल्ली। वेस्टइंडीज दौरे के लिए भारतीय टीम की घोषणा 19 जुलाई को होगी लेकिन तीन अगस्त से शुरू होने वाली सीमित ओवरों की श्रृंखला के लिए महेन्द्र सिंह धोनी के भविष्य को लेकर कुछ भी स्पष्ट नहीं है।
विश्व कप के सेमीफाइनल में नौ जुलाई को न्यूजीलैंड से हार के बाद से ही धोनी के भविष्य पर चर्चा की जाने लगी। उम्मीद है कि 38 साल का यह विकेटकीपर बल्लेबाज अगले कुछ दिनों में संन्यास लेने की घोषणा कर देगा।
बीसीसीआई के एक अधिकारी ने प्रशासकों की समिति (सीओए) से मुलाकात के बाद पीटीआई से कहा, ‘‘ चयनकर्ता 19 जुलाई को मुंबई में बैठक करेंगे। हमने अभी धोनी से कुछ नहीं सुना है, लेकिन खिलाड़ी और चयनकर्ता के बीच क्या बातचीत होगी यह मायने रखता है। अगर आप मुझे से पूछेंगे तो धोनी ने विश्व कप में अच्छा प्रदर्शन किया था। सिर्फ वही फैसला कर सकते है कि वह आगे खेलना चाहते है या नहीं।’’
कप्तान विराट कोहली और तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह को तीन-तीन मैचों की टी20 अंतरराष्ट्रीय और श्रृंखला से विश्राम दिये जाने की संभावना है जबकि दोनों 22 अगस्त से शुरू हो रही दो मैचों की टेस्ट श्रृंखला की टीम में वापसी कर सकते है। ये पांच दिवसीय मैच विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप का हिस्सा होंगे।
सलामी बल्लेबाज शिखर धवन की उपलब्धता के बारे में भी आधिकारिक तौर पर कुछ भी नहीं बताया गया है जो अंगूठे में चोट के कारण विश्व कप से बाहर हो गये थे।
विश्व कप में भारत की हार के बाद यह सीओए की पहली बैठक थी लेकिन विनोद राय की अध्यक्षता वाली समिति ने टीम के प्रदर्शन पर कुछ चर्चा नहीं की।
हालांकि तीन सदस्यीय पैनल और वीडियो कांफ्रेस से लंदन से जुड़े सीईओ राहुल जौहरी ने खिलाड़ियों के द्वारा मैचों के चुनने का मुद्दा उठाया। जौहरी आईसीसी की बैठकों के लिए लंदन में ही रूके है।
दिग्गज क्रिकेटर सुनील गावस्कर ने धोनी और धवन जैसे बल्लेबाजों को विश्व कप से पहले घरेलू क्रिकेट टूर्नामेंट में नहीं खेलने का मुद्दा उठाया था।
बीसीसीआई के अधिकारी ने कहा, ‘‘ सवाल यह उठता है कि खिलाड़ियों को टूर्नामेंटों को चुनना का अधिकार कौन देता है। क्या यह फैसला वह खुद ले रहे हैं और क्या वे चयनकर्ताओं को इसके बारे में बता रहे है? इस मुद्दे पर बेहतर संवाद की जरूरत है।’’