India vs West Indies: दूसरे दिन भारतीय गेंदबाजों के आगे लड़खड़ाती दिखी वेस्टइंडीज की पारी, भारत अभी भी 555 रन आगे
भारत ने पहले टेस्ट के दूसरे दिन का खेल समाप्त होने तक 94 रन पर छह विकेट झटक कर वेस्टइंडीज को गंभीर संकट में डाल दिया।
राजकोट| कप्तान विराट कोहली और हरफनमौला खिलाड़ी रवींद्र जडेजा के शानदार शतकों के बाद भारतीय गेंदबाज भी शुक्रवार को वेस्टइंडीज पर कहर बनकर टूटे और पहले टेस्ट के दूसरे दिन का खेल समाप्त होने तक 94 रन पर छह विकेट झटक कर उसे गंभीर संकट में डाल दिया। भारत ने अपनी पहली पारी में नौ विकेट पर 649 रन का विशाल स्कोर बनाकर पारी घोषित कर दी थी। इसके जवाब में वेस्टइंडीज की टीम दूसरे दिन बुरी तरह लड़खड़ाती नजर आई।
वेस्टइंडीज अभी भारत के स्कोर से 555 रन पीछे हैं जबकि उसके चार विकेट ही शेष हैं। स्टंप्स के समय रोसटन चेस 27 और कीमो पॉल 13 रन बनाकर क्रीज पर थे।
मेहमान टीम के लिए उसकी पहली पारी में कप्तान क्रैग ब्रैथवेट ने दो, कीरेन पॉवेल ने एक, शाई होप ने 10, शिमरन हेटमेयर ने 10, सुनील एम्ब्रीस ने 12 और शेन डॉवरिक ने 10 रन बनाए।
भारत की ओर से मोहम्मद शमी अब तक दो जबकि रविचंद्रन अश्विन, रवींद्र जडेजा और कुलदीप यादव एक-एक विकेट हासिल कर चुके हैं।
इससे पहले, भारत ने सुबह चार विकेट पर 364 रन से आगे खेलना शुरू किया। कोहली ने 72 और ऋषभ पंत ने 17 रनों से आगे अपनी पारी को बढ़ाया।
दूसरे दिन के पहले सत्र में भारतीय टीम को ऋषभ पंत (92) के रूप में दिन का पहला झटका लगा। उन्हें देवेंद्र बिशू ने कीमो पॉल के हाथों कैच आउट कर पवेलियन भेजा। अपने टेस्ट करियर का पहला शतक लगाने वाले रवींद्र जडेजा 100 रन पर और मोहम्मद शमी 2 रन पर नाबाद रहे।
पंत ने आउट होने से पहले कप्तान विराट कोहली (139) के साथ पांचवें विकेट के लिए 133 रनों की शतकीय साझेदारी कर टीम को 470 के स्कोर तक पहुंचाया। पंत ने अपनी पारी में 84 गेंदों का सामना करते हुए आठ चौके और चार छक्के लगाए।
पंत के बाद जडेजा ने कोहली के साथ पहले सत्र की समाप्ति तक 36 रन और जोड़कर टीम को 506 के स्कोर तक पहुंचाया। इसके साथ भोजनकाल की घोषणा हुई।
दूसरे सत्र की शुरूआत के बाद कोहली ने जडेजा के साथ 28 रन जोड़े थे कि 534 के स्कोर पर शेरमन लेविस ने कोहली को बिशू के हाथों कैच आउट करा भारत को दिन का दूसरा झटका दिया।
कोहली ने 230 गेंदों की पारी में 10 चौके लगाए। कोहली ने इसी के साथ लगातार तीसरे साल एक कैलेंडर इयर में टेस्ट में 1000 रन पूरे किए।
कोहली ने अपने टेस्ट करियर का 24वां शतक पूरा किया। उन्होंने टेस्ट की 123 पारियों में 24वां शतक लगाया और वह सबसे तेजी से ऐसा करने वाले दूसरे बल्लेबाज बन गए। आस्ट्रेलिया के पूर्व क्रिकेट खिलाड़ी सर डॉन ब्रैडमैन इस सूची में पहले स्थान पर हैं। उन्होंने महज 62 पारियों में अपने 24 शतक पूरे किए थे। कोहली ने इस क्रम में दिग्गज बल्लेबाज रहे सचिन तेंदुलकर को पछाड़ दिया। सचिन ने 125 पारियों में 24 शतक लगाए थे।
छठे विकेट के रूप में कोहली के आउट होने के बाद जडेजा का साथ देने आए रविचंद्रन अश्विन (7) को बिशू ने अधिक देर तक मैदान पर नहीं टिकने दिया। वह विकेट के पीछे खड़े शॉन डॉवरिच के हाथों लपके गए। बिशू ने इसके बाद 571 के स्कोर पर कुलदीप यादव (12) को भी चलता किया।
जडेजा ने इसके बाद उमेश यादव (22) के साथ 55 रनों की अर्धशतकीय साझेदारी कर टीम को 626 के स्कोर तक पहुंचाया और इसी स्कोर पर कप्तान क्रेग ब्राथवैट ने यादव को पवेलियन का रास्ता दिखाया।
इसके बाद, जडेजा ने शमी के साथ 23 रन जोड़े और टीम को 649 के स्कोर तक पहुंचाया। इसी स्कोर पर भारतीय टीम की पहली पारी घोषित कर दी गई। जडेजा ने 38वें मैच में अपने टेस्ट करियर का पहला शतक पूरा किया। उन्होंने 132 गेंदों की पारी में पांच चौके और पांच छक्के लगाए।
वेस्टइंडीज के लिए इस पारी में देवेंद्र बिशू ने सबसे अधिक चार विकेट लिए। शेरमन लेविस को दो सफलताएं मिली। शेनन गेब्रिएल, रोस्टन चेस और क्रेग ब्राथवैट को एक-एक विकेट मिला।