वसीम अकरम ने किया याद, जब इस अफ्रीकी गेंदबाज की बाउंसर से घायल हो उन्हें लगे 20 टाँके
वसीम अकरम ने साउथ अफ्रीका के एलन डोनाल्ड के साथ का बेहतरीन किस्सा शेयर किया। जब उन्हें डोनाल्ड की गेंद पर 20 टाँके लगवाने पड़े थे।
वर्ल्ड क्रिकेट में 90 के दशक में एक से बढकर एक तेज गेंदबाज हुआ करते थे। जिस समय पकिस्तान के पास तेज गेंदबाज वसीम अकरम और उनके जोड़ीदार वकार युनिस हुआ करते थे। इतना ही नहीं इसके बाद पाकिस्तान की गेंदबाजी में शोएब अख्तर ने अपनी तेज रफ्तार गेंदों से चार चाँद लगाए। हलांकि ऐसे में जब वसीम अकरम से उनके समय पाकिस्तान के अलावा वर्ल्ड क्रिकेट में अन्य शानदार तेज गेंदबाजों के बारे में पूछा गया तो उन्होंने साउथ अफ्रीका के एलन डोनाल्ड के साथ का बेहतरीन किस्सा शेयर किया। जब उन्हें डोनाल्ड की गेंद पर 20 टाँके लगवाने पड़े थे।
पाकिस्तान के पूर्व खिलाड़ी बासित अली के साथ यूट्यूब चैनल पर वसीम ने अपने समय के अन्य तज गेंदबाजों को याद करते हुए कहा, "उस समय वेस्टइंडीज के पास कर्टली एम्ब्रोस और कर्टनी वाल्श थे। ग्लेन मैकग्राथ भी थे। एलन डोनाल्ड भी एक और महान गेंदबाज थे। ये सभी वाकई शानदार थे। ”
ऐसे में डोनाल्ड का नाम लेते ही अकरम को एक किस्सा याद आ गया जब वो इंग्लैंड में लंकशायर की टीम से काउंटी क्रिकेट खेल रहे थे और उन्हें नम्बर 8 पर बल्लेबाजी करने का मौका मिला था। ऐसे में अकरम जैसे ही बल्लेबाजी करने उतरे उन्हें डोनाल्ड ने घातक तेज शॉटपिच गेंद डाली और उनके चिन ( थोड़ी ) के नीचे चोट लगी जिस पर उन्हें 20 टाँके लगवाने पड़े थे।
इस घटना को याद करते हुए अकरम ने कहा, " मेरे यहाँ बीस टाँके हैं, ठीक मेरी चिन ( ठोड़ी ) के नीचे। मुझे लगता है कि वर्ष 1989 था और मैं अन - इवन पिच पर नंबर 8 पर बल्लेबाजी करने के लिए उतरा था। उन्होंने एक शॉट पिच गेंद फेंकी और करीब 150 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार होगी। उस समय मैं अपने शुरुआती दिनों में एक युवा खिलाड़ी था और मैंने गेंद पर पुल शॉट मारने की कोशिश की। इस तरह बल्ले के ऊपरी किनारे पर गेंद लगते हुए सीधे मेरे चिन पर जा लगी।"
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अकरम ने आगे कहा, "इसके बाद मेरे अंदर बदले की भावना पैदा हो गई थी और मैंने सोचा मैं इस गेंदबाज को छोडूंगा नहीं। इसके बाद मैं डेंटिस्ट के पास गया और उसने मेरे 10 अंदर की तरफ व 10 बाहर टाँके लगाए। इसके बाद मुझे कुछ दिनों के लिए आराम करने को कहा गया लेकिन मैंने गेंदबाजी करने का निर्णय लिया। मैंने शाम को गेंदबाजी की और हम मैच जीत गए थे। मगर इससे डोनाल्ड इतना डर गए थे कि वो मेरे सामने दोबारा कभी बल्लेबाजी करने नहीं आए।"