क्वारंटाइन सेंटर के लिए नहीं किया जाएगा मुंबई के किसी भी स्टेडियम का इस्तेमाल
मुंबई नगर निगम के कमिश्नर इकबाल चहल ने पूरी तरह से यह साफ कर दिया है कि शहर के वानखेड़े स्टेडियम को कोविड-19 संक्रमित लोगों के लिए क्वारंटाइन सेंटर तौर पर इस्तेमाल नहीं करेंगे।
मुंबई नगर निगम के कमिश्नर इकबाल चहल ने पूरी तरह से यह साफ कर दिया है कि वानखेड़े स्टेडियम को क्वारंटाइन सेंटर में नहीं बदला जाएगा। इकबाल ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि मुझे नहीं मालूम कि वानखेड़े स्टेडियम को क्वारंटाइन सेंटर बनाने की खबर कहां से फैली है।
नगर निगम के कमिश्नर ने कहा, ''यह बिल्कुल भी संभव नहीं है कि स्टेडियम को क्वारंटाइन सेंटर बनाया जा सके। कुछ दिन बाद राज्य में बारिश का मौसम शुरू हो जाएगा। ऐसे में खुले मैदान में मरीजों को रखना बिल्कुल भी सुरक्षित नहीं होगा। बारिश के समय वहां अधिक पानी भर गया तो हमारे लिए काफी मुश्किलें खड़ी हो सकती है। ऐसे में हम किसी भी तरह के खुले मैदान या फिर स्टेडियम का इस्तेमाल क्वारंटाइन सेंटर के तौर पर नहीं करने जा रहे हैं।''
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चहल ने बताया कि, ''मौजूदा समय में उन्होंने 37000 बेड के लिए स्थानीय प्रशासन से बात की है। इसके तहत हम कई सारे प्राइवेट और सरकारी होटल का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके साथ हीं प्रशासन प्राइवेट अस्पताल से भी बात कर रहा है। हमने 50000 हजार बेड का इंतजाम पहले ही कर लिया है। ऐसे में हमें किसी तरह के स्टेडियम की जरुरत नहीं है। वहीं स्थिति अगर बहुत अधिक बेकाबू हुआ तो हम पार्किंग लॉट्स, मॉल और एयरपोर्ट जैसी जगहों का इस्तेमाल कर सकते हैं।''
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यह बात सामने आई थी कि बृहन्मुंबई नगर निगम ने बिते शुक्रवार को मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन से वानखेड़े स्टेडियम को क्वरांटीन सेंटर बनाने की मांग की थी।
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वहीं इससे पहले शिव सेना के नेता संजय राउत ने भी स्टेडियम को क्वारंटाइन सेंटर बनाने का सुझाव दिया था, लेकिन महाराष्ट्र सरकार में कैबिनट मिनिस्टर आदित्य ठाकरे ने संजय राउत के इस सुझाव को नकार दिया। उनका मानना है कि राज्य में मानसून आने का समय हो गया है और मुंबई में इस मौसम में खूब बारिश होती है। ऐसे में खुले जगह में क्वारंटाइन सेंटर बनाने से जोखिम और बढ़ सकता है।
आपको बता दें कि मुंबई भारत के उन शहरों में से एक है जहां कोविड-19 से संक्रमित लोगों की संख्या बहुत अधिक है। मुंबई में अबतक कुल 700 से अधिक लोग इस संक्रमण से अपनी जान गंवा चुके हैं। वहीं पिछले 24 घंटों में ही वहां 25 लोग काल के गाल में समा चुके हैं। वहीं मुंबई में अबतक कुल 19350 संक्रमित केस पाए गए हैं जिसमें ठीक होने वाले लोगों की संख्या 5000 है।