पहले टेस्ट में हार के बाद कोहली की कप्तानी पर उठे सवाल, हूसैन ने कहा- हार की जिम्मेदारी लेनी चाहिए
विराट कोहली ने पहले टेस्ट मैच में शानदार बल्लेबाजी की लेकिन वो टीम इंडिया की हार नहीं टाल सके।
इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में हार के बाद विराट कोहली की कप्तानी पर सवाल खड़े हो रहे हैं। इंग्लैंड के पूर्व कप्तान नासिर हूसैन ने कोहली की कप्तानी पर सवाल खड़े करते हुए कहा है कि उन्हें हार की जिम्मेदारी लेनी चाहिए। हूसैन ने कहा, 'विराट कोहली ने इस मैच में शानदार प्रदर्शन किया। उन्हें निश्चित तौर पर जीती हुई टीम का हिस्सा होना चाहिए था। उन्होंने अकेले दम पर भारत को मैच में बनाए रखा और निचले क्रम के बल्लेबाजों के साथ शानदार बल्लेबाजी की। लेकिन इसके बावजूद मेरा मानना है कि कोहली को इस हार की जिम्मेदारी लेनी चाहिए।' दूसरी पारी में जब इंग्लैंड का स्कोर 87 रन पर 7 विकेट था तब आर अश्विन मैदान से बाहर चले गए थे और वो लगभग 1 घंटे के बाद मैदान के अंदर आए थे और तब तक सैम कुर्रन ने शानदार पारी खेल डाली थी। Also Read: ब्रायन लारा को पछाड़कर विराट कोहली ने बनाया वर्ल्ड रिकॉर्ड, 2 कीर्तिमान किए हासिल
इस पर हूसैन ने कहा, 'इंग्लैंड का स्कोर 87 पर 7 था। आदिल राशिद और सैम कुर्रन बल्लेबाजी कर रहे थे। कुछ कारणों के चलते आर अश्विन मैदान से बाहर चले गए और वो लगभग 1 घंटे के बाद वापस लौटे। इस दौरान भारत ने मैच से अपनी पकड़ खो दी थी। कोहली को अपनी कप्तानी पर गौर करना चाहिए। जब मेरे पास एक ऐसा गेंदबाज है जिसका औसत बाएं हाथ के बल्लेबाजों के खिलाफ 19 है और एक 20 साल का लड़का बल्लेबाजी कर रहा है तो ऐसे में मैं उसे बाहर कैसे जाने दे सकता हूं।' Also Read: पहला टेस्ट हारने के बाद विराट कोहली के 5 बयानों में दिखा उनका दर्द, इमोशन और बदले की भूख
हूसैन ने सैम कुर्रन की भी जमकर तारीफ की और उन्हें शानदार क्रिकेटर करार दिया। हूसैन ने कहा, 'सैन ने इंग्लैंड की जीत में अहम भूमिका निभाई। कोहली ने भले ही मैच में 200 रन बनाए। लेकिन मैच का पासा जिस खिलाड़ी ने पलटा वो था 20 साल का एक लड़का। ये एक बहुत बड़ी उपलब्धि है। सैम ने दोनों पारियों में बेहतरीन खेल दिखाया और मैच का नक्शा ही पलट दिया। पहली पारी में जब वो गेंदबाजी में आए तो भारत का स्कोर 50 पर 0 था, इसके बाद उन्होंने अपनी स्विंग गेंदबाजी से बाजी ही पलट दी। वहीं, दूसरी पारी में इंग्लैंड 87 रन पर 7 विकेट खो चुका था। उस दौरान उन्होंने बल्ले से कमाल का प्रदर्शन किया और इंग्लैंड को वहां पहुंचा दिया जहां से वो मैच जीतने के बारे में सोच सकते थे।'