विराट कोहली की वर्ल्ड क्लास फिटनेस के पीछे है इस शख्श की मेहनत, अब किया खुलासा
वर्तमान में कोहली की टीम इंडिया को भारतीय क्रिकेट के इतिहास की सबसे फिट टीम इंडिया बोला जाता है।
भारतीय क्रिकेट के खिलाड़ियों को सबसे पहले फिटनेस का पाठ पूर्व विश्वविजेता कप्तान कपिल देव ने पढ़ाया था। वो अपने जमाने के शानदार एथलीट थे और गेंदबाजी के साथ - साथ बल्लेबाजी में भी कपिल देव निपुण थे। जिसके चलते उनकी कप्तानी में टीम इंडिया ने पहली बार अंग्रेजो की सरजमीं पर 1983 विश्वकप जीता। इस जीत के बाद से भारतीय क्रिकेट दिन दूनी रात चौगुनी रफ्तार से बदलता गया। इसी बदलाव में वर्तमान टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली भी अब फिटनेस को क्रिकेट से पहले रखते हैं। उनका साफ़ मानना है कि अगर आप फिट नहीं हैं तो क्रिकेट कैसे खेल सकते हैं। जिसके लिए बीसीसीआई ने टीम में आने से पहले यो - यो फिटनेस टेस्ट को पास करना हर एक खिलाड़ी के लिए अनिवार्य कर दिया। इस तरह वर्तमान में कोहली की टीम इंडिया को भारतीय क्रिकेट के इतिहास की सबसे फिट टीम इंडिया बोला जाता है।
ऐसे में विराट कोहली के साथ जब भारतीय फुटबॉल के कप्तान सुनील छेत्री ने इन्स्टाग्राम पर उनके फिटनेस के बदलाव और उस पर अधिक ध्यान देने के बारे में पूछा तो उन्होंने सीधे इसके पीछे टीम इंडिया के फिटनेस ट्रेनर शकर बसु का नाम लिया। जो काफी समय तक टीम इंडिया के फिटनेस ट्रेनर भी रहे। इतना ही नहीं वो आईपीएल में कोहली की टीम रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के भी फिटनेस ट्रेनर हैं। जिनके बारे में कोहली ने कहा, "ये ( फिटनेस ) मेरे लिए सब कुछ है। लेकिन इसका क्रेडिट मैं नहीं लेना चाहूँगा। हाँ आप मेहनत करते हो लेकिन कोई आपके पीछे होता है जो आपको निर्देश देता है। इसलिए मेरे करियर को एक स्तर से दूसरे स्तर तक ले जाने में फिटनेस एक काफी बड़ा फैक्टर रही है। ये सबकुछ मिस्टर शंकर बसु के चलते संभव हो पाया है। वो तब आरसीबी के ट्रेनर थे और बाद में टीम इंडिया के भी ट्रेनर बने। सभी उन्हें पसंद करते हैं।“
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कोहली ने आगे कहा, 'मुझे याद है साल 2015 में वो मेरे पास आए और उन्होंने कहा कि मैं तुम्हे लिफ्टिंग के बारे में बताता हूँ। मैं डर गया था क्योंकि मुझे पहले से ही पीठ में समस्या थी। जिसके बाद उन्होंने मुझसे भरोसा रखने को कहा और बोले की फिटनेस तुम्हारे क्रिकेट को बदल देगी। इसके बाद जब रिजल्ट मिलना शुरू हुए तब मुझे सच में अहसास हुआ कि यही सबकुछ है।"
इतना ही नहीं कोहली ने अंत में अपने वीगन बनने के बारे में कहा, "ये काफी शानदार है और लगभग दो साल हो चुके हैं। मुझे लगता है कि ( नॉन वेज छोड़ना ) मेरे जीवन का सबसे अच्छा निर्णय है। मुझे इस और पहले ही ले लेना चाहिए था।"