जहां एक तरफ कोरोना महामारी के चलते देश में लॉकडाउन चल रहा है। वहीं दूसरी तरफ सभी खेल गतिविधियाँ बंद होने के कारण सभी खिलाड़ी घर पर बैठे हैं। इसी बीच घर से ही भारतीय कप्तान विराट कोहली ने ‘अनअकैडेमी’ द्वारा आयोजित ऑनलाइन क्लास में अपनी पत्नी अभिनेत्री अनुष्का शर्मा के साथ सफलता मिलने से पहले अपने संघर्षों के बारे में विस्तार से बात की। इतना ही नहीं महामारी के बारे में कोहली ने कहा कि इसने हमें और सभी लोगों को उदार बना दिया है। जबकि कोहली ने अपने जीवन के सबसे असहाय पहल को भी याद किया।
कोहली ने कहा ,‘‘ इस संकट का एक सकारात्मक पहलू यह है कि एक समाज के तौर पर हम अधिक उदार हो गए हैं। हम इस जंग में मोर्चे पर जुटे योद्धाओं के प्रति कृतज्ञता दिखा रहे हैं।चाहे वे पुलिसकर्मी हों, डॉक्टर या नर्सें।’’
उन्होंने कहा,‘‘ उम्मीद है कि संकट से उबरने के बाद भी यह जज्बा कायम रहेगा।’’ कोहली ने कहा ,‘‘ जीवन के बारे में कुछ नहीं कह सकते। जिससे खुशी मिले, वह करो और हर समय तुलना नहीं करते रहना चाहिये। इस संकट के बाद जीवन अलग हो जायेगा।’’
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वहीं उनकी पत्नी अनुष्का ने कहा ,‘‘ इन सबसे भी सीख ही मिली है। जीवन में कुछ भी अकारण नहीं होता। यदि मोर्चे पर ये लोग डटे नहीं होते तो हमे बुनियादी चीजें भी नहीं मिल पाती।’ उन्होंने कहा ,‘‘ इसने हमें सिखाया है कि कोई दूसरे से खास नहीं है। सब कुछ सेहत है। अब हम एक समाज के तौर पर अधिक जुड़ाव महसूस कर रहे हैं।’’
कोहली से यह भी पूछा गया कि वह कौन सा पल था जिसमें उन्होंने सबसे असहाय महसूस किया, इस पर उन्होंने कहा ,‘‘जब शुरूआत में प्रदेश की टीम में भी मेरा चयन नहीं हो पा रहा था। मैं पूरी रात रोता रहा और मैने अपने कोच से पूछा कि मेरा चयन क्यो नहीं हो रहा।’’
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