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Hindi News खेल क्रिकेट विराट और सचिन ने जताया बलबीर सिंह सीनियर के निधन पर शोक, किया ये भावुक ट्वीट

विराट और सचिन ने जताया बलबीर सिंह सीनियर के निधन पर शोक, किया ये भावुक ट्वीट

विराट कोहली ने ट्वीट करते हुए लिखा "बलबीर सिंह सीनियर के निधन के बारे में सुनकर काफी दुखी हूं। इस शोक के समय में मेरे विचार और प्रार्थनाएं उनके परिवार के साथ है।"

Virat Kohli expressed grief over the death of Balbir Singh Sr- India TV Hindi Image Source : GETTY IMAGES Virat Kohli expressed grief over the death of Balbir Singh Sr

पिछले दो सप्ताह से कई बीमारियों से जूझ रहे भारत के महान हॉकी खिलाड़ी बलबीर सिंह सीनियर का 95 साल की उम्र में  सोमवार को निधन हो गया। तीन बार के ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता बलबीर सिंह के निधन पर भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली ने शोक जताया है और उन्होंने कहा कि उनकी प्रार्थनाएं उनके परिवार के साथ है।

विराट कोहली ने ट्वीट करते हुए लिखा "बलबीर सिंह सीनियर के निधन के बारे में सुनकर काफी दुखी हूं। इस शोक के समय में मेरे विचार और प्रार्थनाएं उनके परिवार के साथ है।"

वहीं सचिन तेंदुलकर ने ट्विट करते हुए लिखा "बलबीर सिंह जी के परिवार और दोस्तों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना। वह हॉकी के  महानतम खिलाड़ियों में से एक थे। उनकी आत्मा को शांति मिले।"

मोहाली के फोर्टिस अस्पताल के निदेशक अभिजीत सिंह ने प्रेस ट्रस्ट को बताया,‘‘उनका सुबह 6:30 पर निधन हुआ।’’ बलबीर सीनियर को आठ मई को वहां भर्ती कराया गया था। वह 18 मई से अर्ध चेतन अवस्था में थे और उनके दिमाग में खून का थक्का जम गया था। उन्हें फेफड़ों में निमोनिया और तेज बुखार के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था। 

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देश के महानतम एथलीटों में से एक बलबीर सीनियर अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति द्वारा चुने गए आधुनिक ओलंपिक इतिहास के 16 महानतम ओलंपियनों में शामिल थे। हेलसिंकी ओलंपिक (1952) फाइनल में नीदरलैंड के खिलाफ पांच गोल का उनका रिकार्ड आज भी कायम है। उन्हें 1957 में पद्मश्री से नवाजा गया था । बलबीर सीनियर ने लंदन (1948), हेलसिंकी (1952) और मेलबर्न (1956) ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीते थे। वह 1975 में विश्व कप जीतने वाली भारतीय टीम के मैनेजर भी थे।

पिछले दो साल में चौथी बार उन्हें अस्पताल में आईसीयू में भर्ती कराया गया। पिछले साल जनवरी में वह फेफड़ों में निमोनिया के कारण तीन महीने अस्पताल में रहे थे। कौशल के मामले में मेजर ध्यानचंद के समकक्ष कहे जाने वाले बलबीर सीनियर आजाद भारत के सबसे बड़े खिलाड़ियों में से थे। वह और ध्यानचंद भले ही कभी साथ नहीं खेले लेकिन भारतीय हॉकी के ऐसे अनमोल नगीने थे जिन्होंने पूरी पीढी को प्रेरित किया। पंजाब के हरिपुर खालसा गांव में 1924 में जन्मे बलबीर को भारत रत्न देने की मांग लंबे अर्से से की जा रही है। पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने तो इसके लिये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र भी लिखा है।

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