नई दिल्ली: टीम इंडिया को अगर दक्षिण अफ्रीका में 25 साल का हिसाब चुकता करना है तो तेज, स्विंग और उछाल भरी पिचों पर रन बनाने होंगे और इसकी जिम्मेदारी इस त्रिमूर्ति पर है। जी हां विराट कोहली, चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे... हिंदुस्तान की ये वो त्रिमूर्ति जो अफ्रीका में जीत की सबसे बड़ी उम्मीद है।
मौजूदा टीम में अफ्रीकी सरजमीं पर रन बनाने का सबसे ज्यादा अनुभव चेतेश्वर पुजारा को है। पुजारा ने साल 2010 और साल 2013 में साउथ अफ्रीका का दौरा किया। जिसमें खेले गए 4 टेस्ट में 44.42 की औसत से 311 रन बनाए। इस दौरान उनके बल्ले से 1 शतक और 1 अर्धशतक भी निकले। वहीं इस साल पुजारा ने 11 टेस्ट में 67.05 की शानदार औसत से 1140 रन जड़े। जिसमें 4 शतक और 5 अर्धशतक शामिल हैं।
पुजारा के बाद कप्तान कोहली की बारी आती है जिन्होंने अपने पहले अफ्रीकी दौरे में ही डंका बजा दिया था। विराट में अफ्रीका में खेले 2 टेस्ट में 68 की औसत से 272 रन जड़े। जिसमें 1 शतक और 1 अर्धशतक भी हैं। वहीं साल 2017 में विराट ने 10 टेस्ट में 75.64 की जादुई औसत से 1059 रन बनाए। इस दौरान उनके बल्ले से 5 शतक और 1 अर्धशतक निकला।
विराट का रन बनाना अफ्रीका पर हिंदुस्तान का सबसे बड़ा हमला होगा। अफ्रीका में रन बनाने के लिए सही तकनीक और टेम्प्रामेंट की जरूरत होती है। बल्लेबाज़ में जितना ज्यादा संयम होगा, वो उतना सफल होगा और यही रहाणे की ताकत है।
दक्षिण अफ्रीका में 2 टेस्ट में रहाणे ने 69.66 की औसत से 209 रन बनाए। जिसमें 2 अर्धशतक शामिल हैं। वहीं इस साल रहाणे ने 11 टेस्ट खेले जिसमें 34.62 की औसत से 554 रन बनाए। इस दौरान उनके बल्ले से 1 शतक और 3 अर्धशतक। जाहिर है इन तीनों को देखने के बाद जीत अपने आप दिखाई देने लग रही है।
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