विजय हजारे ट्रॉफी: रविवार से शुरू होंगे क्वार्टर फाइनल मुकाबले, मुंबई से नहीं खेलेंगे पृथ्वी शॉ-अजिंक्य रहाणे
भारत के घरेलू वनडे क्रिकेट टूर्नामेंट विजय हजारे ट्रॉफी के क्वार्टर फाइनल मुकाबले रविवार से शुरू हो रहे हैं।
बेंगलुरू। भारत के घरेलू वनडे क्रिकेट टूर्नामेंट विजय हजारे ट्रॉफी के क्वार्टर फाइनल मुकाबले रविवार से शुरू हो रहे हैं। रविवार को दो क्वार्टर फाइनल मुकाबले खेले जाएंगे जिसमें पहले मैच में मुंबई का सामना बिहार से होगा जबकि दिल्ली को हरियाणा से भिड़ना होगा। मुंबई और बिहार का मुकाबला यहां के जस्ट क्रिकेट अकादमी में होगा जबकि दिल्ली एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम में हरियाणा का मुकाबला करेगी।
सोमवार को तीसरे क्वार्टर फाइनल में महाराष्ट्र सेमीफाइनल में जाने के लिए झारखंड से टकराएगी। वहीं आंध्र प्रदेश और हैदराबाद चौथे क्वार्टर फाइनल में आमने-सामने होंगी।
मुंबई को अजिंक्य रहाणे और पृथ्वी शॉ की सेवाएं क्वार्टर फाइनल में भी नहीं मिलेंगी। यह दोनों हैदराबाद में वेस्टइंडीज के खिलाफ खेले जा रहे दूसरे टेस्ट मैच में भारतीय टीम का हिस्सा है। हालांकि ऐसी संभावनाएं है कि रोहित शर्मा नॉकआउट दौर में मुंबई से खेल सकते हैं।
टीम की कमान युवा बल्लेबाज श्रेयस अय्यर के हाथों में है। अय्यर बल्ले से भी शानदार फॉर्म में हैं। पृथ्वी और रहाणे की गैरमोजूदगी में अय्यर, रोहित के अलावा टीम के सीनियर खिलाड़ी सूर्यकुमार यादव और आदित्य तारे पर बल्लेबाजी की जिम्मेदारी होगी। गेंदबाजी का जिम्मा धवल कुलकर्णी पर होगा।
मुंबई के फॉर्म और रूतबे के देखते हुए बिहार उसके लिए ज्यादा बड़ी चुनौती नहीं होगी, लेकिन मुंबई अपने विपक्षी को हल्के में लेने की गलती नहीं कर सकती। बिहार की कमान प्रज्ञान ओज्ञा के हाथों में है। बल्लेबाजी में बबलु कुमार और रंजन के जिम्मे टीम का भार होगा।
वहीं दूसरे क्वार्टर फाइनल में दिल्ली और हरियाणा के बीच अच्छी टक्कर देखने को मिल सकती है। दिल्ली ने अपने ग्रुप में आठ मैचों में सिर्फ एक हार झेली है जबकि छह में जीत हासिल की है। वह अपने ग्रुप में पहला स्थान हासिल करते हुए क्वार्टर फाइनल में पहुंची है।
वहीं हरियाणा ने अपने ग्रुप में नौ मैचों में छह जीत और एक हार के साथ दूसरा स्थान हासिल करते हुए अंतिम-8 में जगह बनाई है।
दिल्ली का पलड़ा इस मैच में भारी माना जा रहा है। कप्तान गौतम गंभीर फॉर्म में हैं और अभी तक आठ मैचों में 394 रन बना चुके हैं। वहीं नीतिश राण, घ्रूप शौरे का बल्ला भी जमकर बोल रहा है। गेंदबाजी में उसकी ताकत नवदीप सैनी हैं। वहीं हरफनमौला खिलाड़ी मनन शर्मा और पवन नेगी से भी टीम को काफी उम्मीदें होंगी।
दिल्ली को हालांकि हरियाणा से सचेत रहना होगा क्योंकि यह टीम उलटफेर का दम रखती है। युवा बल्लेबाज हिमांशू राणा और चंडिला ग्रुप दौर में बल्ले से अपना दम दिखा चुके हैं। वहीं जयंत यादव का अनुभव भी टीम के काफी काम आएगा लेकिन जो सबसे बड़ा अंतर हरियाणा की टीम में पैदा कर सकते हैं वो हैं लेग स्पिन अमित मिश्रा।
अमित के पास अच्छा-खासा अनुभव है और वह गेंद से अभी कमाल दिखाते आ रहे हैं। उन्होंने अभी तक आठ मैचों में 16 विकेट अपने नाम किए हैं। अमित अभी तक काफी किफायती भी रहे हैं। उन्होंने सिर्फ 4.01 की औसत से रन खर्च किए हैं।