टीम से बाहर होने के बाद उमेश यादव ने चयनकर्ताओं पर निकाला गुस्सा, कह दी यह बड़ी बात
इंडियन एक्सप्रेस को दिए एक इंटरव्यू में उमेश ने बताया कि कैसे वह टीम से बाहर होने के बाद वापसी के लिए तैयारी करते हैं।
तेज गेंदबाज उमेश यादव भारतीय क्रिकेट टीम से लगातार अंदर बाहर होते रहे हैं। हालांकि इसके बावजूद उन्होंने कभी हार नहीं मानी और लगातार सकारात्मक सोच के साथ टीम में वापसी के लिए खुद को तैयार किया। इंडियन एक्सप्रेस को दिए एक इंटरव्यू में उमेश ने बताया कि कैसे वह टीम से बाहर होने के बाद वापसी के लिए तैयारी करते हैं।
उमेश ने कहा, ''टीम से बाहर होने के बाद खराब जरूर लगता है लेकिन इस समय आपको नकारात्मक नहीं होना चाहिए। अगर आप नकारात्मक हो गए तो आपको टीम में वापसी की प्ररेणा ही नहीं मिलेगी। ऐसे में खुद को सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ाते रहना चाहिए।''
उन्होंने कहा, ''मौजूदा समय में भारतीय टीम में जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी और भुवनेश्वर कुमार शानदार प्रदर्शन करे हैं और ऐसे में आप टीम से बाहर होने के बाद अधिक शिकायत नहीं कर सकते हैं।''
उमेश यादव की पहचान भारतीय टीम में एक स्विंग गेंदबाज के रूप में है और वह लाल और सफेद दोनों ही गेंद से टीम को शुरुआती विकेट दिलाने की क्षमता रखते हैं।
लिमिटेड फॉर्मेट को लेकर उमेश का कहना है कि वह लाल और सफेद गेंद में अंतर करना नहीं जानते हैं। उन्हें बस इतना पता है कि मैं स्विंग करा सकता हूं और टीम के लिए सफेद गेंद से भी विकेट निकाल सकता हूं।
इसके अलावा उन्होंने चयनकर्ताओं के खिलाफ अपनी नाराजगी जताते हुए कहा, ''कभी-कभी मुझे ऐसा लगता है कि लिमिटेड ओवर्स में चयनकर्ता मेरा सही इस्तेमाल नहीं करते हैं। इस फॉर्मेट में एक-दो मैच में मौका मिलता है फिर छह महीने के लिए टीम से बाहर। यह किसी के लिए भी मुश्किल हो जाता है।''
उन्होंने कहा, ''इस तरह से आपका करियर कभी स्थिर नहीं रहता। हमेशा ऊपर और नीचे होता है। ऐसा मेरा साथ साल 2015 विश्व के दौरान भी हुआ था टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन करने के बावजूद मुझे टीम से बाहर कर दिया गया।''
उमेश यादव भारत के लिए 46 टेस्ट, 75 वनडे और 7 टी20 मैच खेले चुके हैं। वह न्यूजीलैंड दौरे पर भाारत की टेस्ट टीम का हिस्सा थे। वहीं वह 2018 के बाद से वनडे टीम से बाहर हैं। उन्होंने भारत ने अपना पिछला टी20 मैच पिछले साल ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेला था।