वनडे में 500 रन बनते देख सचिन तेंदुलकर ने जाहिर की चिंता, कहा- दो नई गेंदों का इस्तेमाल सही नहीं
इंग्लैंड की टीम ने वनडे में ऑस्ट्रेलिया के किलाफ 481 रन बना डाले थे।
वनडे मैचों में हाल ही में लगे रनों के अंबार से चिंतित चैम्पियन क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर ने इस प्रारूप में दो नई गेंदों के इस्तेमाल की आलोचना करते हुए कहा कि ये नाकामी को न्यौता देने जैसा है। इंग्लैंड ने हाल ही में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे में सर्वोच्च स्कोर बनाया। तेंदुलकर ने ट्विटर पर लिखा, ‘वनडे में दो नई गेंदों का इस्तेमाल नाकामी को न्यौता देने जैसा है। गेंद को उतना समय ही नहीं मिलता कि रिवर्स स्विंग मिल सके। हमने डैथ ओवरों में लंबे समय से रिवर्स स्विंग नहीं देखी।’ इंग्लैंड ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरे वनडे में छह विकेट पर 481 रन बना डाले थे और फिर मेजबान टीम ने अगले वनडे में 312 रन का लक्ष्य 45 ओवरों में हासिल कर लिया।
रिवर्स स्विंग के महारथी पाकिस्तान के वकार यूनूस ने तेंदुलकर का समर्थन करते हुए कहा, ‘यही वजह है कि अब आक्रामक तेज गेंदबाज नहीं निकलते। सभी रक्षात्मक खेलते हैं। सचिन से पूरी तरह सहमत हूं। रिवर्स स्विंग लुप्त ही हो गई है।’ आईसीसी ने अक्टूबर 2011 में वनडे में दो नई गेंदों का प्रयोग शुरू किया था। हाल के मैचों में 300 रन बनना आम बात हो गई है और ये आसानी से चेज भी हो रहे हैं।
इंग्लैंड की टीम ने अपने मेजबानी में खेली जा रही वनडे सीरीज में कई बार 300 के आंकड़े को छुआ और एक बार तो लग रहा था कि टीम 500 रन भी ठोक डालेगी। हालांकि वो 481 रन ही बना की। लेकिन का ये स्कोर वनडे क्रिकेट में सबसे ज्यादा का स्कोर बन गया है।