Exclusive : तालिबान के कब्जे के बाद अफगान क्रिकेट बोर्ड हेडक्वार्टर की वायरल फोटो के पीछे का सच
सोशल मीडिया पर एक फोटो वायरल हो रही है जिसमें अफगानिस्तान के पूर्व क्रिकेटर अब्दुल्लाह मजारी तालिबान के लड़ाकों के साथ नजर आ रहे हैं। दावा किया जा रहा है कि यह फोटो अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड के हेडक्वॉर्टर की है।
अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के साथ ही ये बड़ा सवाल क्रिकेट जगत में लगातार उठ रहा है कि अफगान क्रिकेट और उसके खिलाड़ियों का भविष्य क्या होगा। इस बीच सोशल मीडिया पर एक फोटो काफी वायरल हो रही है जिसमें अफगानिस्तान के पूर्व क्रिकेटर अब्दुल्लाह मजारी तालिबान के लड़ाकों के साथ नजर आ रहे हैं। दावा किया जा रहा है कि यह फोटो अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड के हेडक्वॉर्टर की है।
इस फोटो को अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड के पूर्व मीडिया मैनेजर मोहम्मद इब्राहिम मोमंद ने सबसे पहले अपने ट्विटर हैंडल पर शेयर किया था जिसके बाद से यह फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। मोहम्मद इब्राहिम ने अपने ट्वीट में लिखा, "इस्लामिक अमीरात तालिबान पूर्व नेशनल क्रिकेटर के साथ काबुल में अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड मुख्यालय पहुंचा है।"
इस फोटो के पोस्ट होने के कुछ देर बाद ही अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड के हेड ऑफ मीडिया डिपार्टमेंट ने मोहम्मद इब्राहिम के दावे का खंडन करते हुए रिप्लाई किया, जिसमें उन्होंने लिखा कि यह तस्वीर एसीबी मुख्यालय की नहीं है और आप इसे बेहतर जानते हैं। कृपया अफवाहें न फैलाएं। धन्यवाद।
इस मामले में अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड के पूर्व मीडिया मैनेजर मोहम्मद इब्राहिम मोमंद से संपर्क करने पर स्थिति साफ हुई। मोहम्मद इब्राहिम ने माना कि उन्होंने जो फोटो ट्विटर पर शेयर की थी, वो एसीबी मुख्यालय की नहीं हैं बल्कि अन्य सरकारी संगठन के अंदर की है जहां अफगानिस्तान के पूर्व क्रिकेटर अब्दुल्लाह मजारी मौजूद थे।
इसके बाद मोहम्मद इब्राहिम ने हमारे साथ एक अन्य फोटो शेयर की जिसमें अब्दुल्लाह मजारी अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड के बाहर तालिबान के लड़ाकों के साथ खड़े नजर आ रहे हैं। इस फोटो के बारे में मोहम्मद इब्राहिम ने कहा, "जो तस्वीर मैंने आपको भेजी है वह अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड (एसीबी) मुख्यालय के बाहर खींची गई है। आप लेक्सस कार के सामने बंदूकधारी तालिबान फाइटरों को देख सकते हैं। उनके बीच में अफगानिस्तान के पूर्व क्रिकेटर अब्दुल्ला मजारी हैं। वह तालिबानी समर्थक थे और क्रिकेट से रिटायरमेंट के बाद पाकिस्तान में रह रहे थे और वहां एक प्रॉपर्टी डीलर के रूप में काम कर रहे थे।"
मोहम्मद ने अफगानिस्तान के मौजूदा हालात को गंभीर बताते हुए कहा कि देश में महिला क्रिकेट का भविष्य फिलहाल अंधकारमय नजर आ रहा है। उन्होंने कहा, "अफगानिस्तान में स्थिति काफी गंभीर है। लोग इस समय अनिश्चितता के माहौल में जी रहे हैं। अफगान नेता फिलहाल तालिबान के साथ अंतरिम सरकार बनाने के लिए बातचीत कर रहे हैं लेकिन हमें इस घटनाक्रम के बारे में कोई जानकारी नहीं है।"
उन्होंने आगे कहा, "तालिबान क्रिकेट समर्थक हैं और वे चाहते हैं कि ये खेल विकसित हो। अफगानिस्तान में क्रिकेट तालिबान के दौर में फला-फूला, लेकिन यह तो आने वाला समय ही बताएगा कि नई पीढ़ी इसको कैसे लेती है। हालांकि मुझे भरोसा नहीं है कि तालिबान महिला क्रिकेट को देश में विकसित होने देगा।"
इस पूरी बातचीत से इतना तो साफ है कि सोशल मीडिया पर जो वायरल फोटो है वो एसीबी मुख्यालय की नहीं बल्कि किसी अन्य स्थान की है। हालांकि दूसरी फोटो से जाहिर है कि तालिबान का अफगानिस्तान के पूर्व क्रिकेटर अब्दुल्लाह मजारी से कोई न कोई रिश्ता है।