तीन बड़े कारण, जिसकी वजह से भारत को वनडे सीरीज में ऑस्ट्रेलिया से मिली हार
टीम इंडिया ऑस्ट्रेलियाई सरजमीं पर क्यों सीरीज से हाथ गंवा बैठी। इसके पीछे की तीन प्रमुख वजह निकलकर सामने आती है।
कोरोना महामारी के बीच टीम इंडिया लगभग 8 महीने बाद पहली बार नीली जर्सी में ऑस्ट्रेलिया के सामने मैदान में उतरी। जिसमें तीन वनडे मैचों की सीरीज में उसे ऑस्ट्रेलिया के हाथों बुरी तरह से हार का सामना करना पड़ा। कप्तान विराट कोहली की सेना ने तीन मैचों की सीरीज का अंतिम वनडे मैच भले ही कैनबरा में जीत लिया हो लेकिन सीरीज को वो नहीं बचा पाए। ऐसे में टीम इंडिया ऑस्ट्रेलियाई सरजमीं पर क्यों सीरीज से हाथ गंवा बैठी। इसके पीछे की तीन प्रमुख वजह निकलकर सामने आती है। जिसके बारे में हम आपको बतायेंगे।
समस्या नंबर एक
रोहित शर्मा के आईपीएल 2020 सीजन के दौरान चोटिल होकरअनफिट होने के कारण उन्हें ऑस्ट्रेलिया दौरे पर लिमिटेड ओवर्स क्रिकेट सीरीज से आराम दिया गया है। हलांकि अब उनका टेस्ट सीरीज में भी आना मुश्किल माना जा रहा है। इस तरह रोहित के ऑस्ट्रेलिया ना आने से भारत के सामने वनडे सीरीज में सलामी बल्लेबाजी भी समस्या बनी रही। पहले और दूसरे दोनों वनडे मैचों में 350 से अधिक रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए शिखर धवन और मयंक अग्रवाल ने तेज शुरुआत तो दिलाई लेकिन कोई भी सलामी बल्लेबाज ना तो लम्बी पारी खेल सका और ना ही एक लम्बी और सधी शुरुआत दिला सका। इसके बाद तीसरे वनडे में मयंक की जगह शुभमन गिल को धवन का जोड़ीदार बनाया गया, लेकिन धवन इस मैच में भी जल्दबाजी कर गए और अपना विकेट फेंककर चलते बने। जबकि थोड़ी देर बाद शुभमन भी 33 रन बनाकर चलते बने। ऐसे में टीम इंडिया के लिए रोहित की अनुपस्थिति में इस सीरीज ओपनिंग भी एक समस्या रही।
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समस्या नंबर 2
ओपनिंग जोड़ी के बाद टीम इंडिया का मध्यक्रम भी इस सीरीज में कुछ खास नहीं कर पाया। मध्यक्रम के बल्लेबाज श्रेयस अय्यर और के एल राहुल दोनों ही इस वनडे सीरीज में कुछ ख़ास नहीं कर पाए। हलांकि दूसरे वनडे में राहुल ने जरूर 76 रनों की आरी खेली थी। जबकि युवा बल्लेबाज श्रेयस अय्यर पहले वनडे में 2 रन, दूसरे वनडे में 38 रन और तीसरे वनडे में सिर्फ 19 रन ही बना पाए। इस तरह बड़े लक्ष्य का पीछा करते समय टीम इंडिया के मध्यक्रम का विफल होना भी एक बड़ी समस्या रहा। जबकि लोअर आर्डर में हार्दिक पांड्या और रविन्द्र जडेजा ने शानदार बल्लेबाजी की और तीसरे वनडे में 150 रनों की साझेदारी करके मैच भी जिताया।
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समस्या नंबर 3
पूरे विश्व में अपना नाम बना चुके टीम इंडिया के घातक गेंदबाज मोहम्मद शमी और जसप्रीत बुमराह का रंग इस सीरीज में फीका रहा। जो टीम इंडिया को इस सीरीज में हार की दहलीज तक ले गया। पहले वनडे में ऑस्ट्रेलिया ने भारतीय गेंदबाजी के सामने 374 रन बनाए थे। जबकि दूसरे वनडे में ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों ने 389 रन जड़ डाले थे। ऐसे में ना तो बुमराह और शमी में धार दिखी। जबकि स्पिनर युजवेंद्र चहल को भी जमकर मार पड़ी। भारतीय गेंदबाज पहले और दूसरे वनडे में शुरूआती 10 ओवर के पॉवरप्ले में एक भी विकेट नहीं ले पाए। जिसके चलते लगातार 6 वनडे मैचों में पॉवरप्ले में विकेट ना ले पाने का शर्मनाक रिकॉर्ड भी गेंदबाजों के नाम जुड़ा। ऐसे में टीम इंडिया को अगर टी20 क्रिकेट में वापसी करनी है तो बुमराह और शमी दोनों गेंदबाजों को अपने रंग में दिखाई देना होगा। इसके अलावा जल्द ही उन्हे ऑस्ट्रेलियाई पिचों पर किस लेंथ में गेंदबाजी करनी है ये भी समझना होगा। वरना टीम इंडिया टी20 सीरीज से भी हाथ धो सकती है।
जडेजा ने बताया प्लान, जिसके चलते उन्होंने निभाई हार्दिक के साथ 150 रनों की रिकॉर्ड साझेदारी