लॉकडाउन के कारण कुछ इस तरह अपनी क्रिकेट की भूख मिटा रहे हैं रवि बिश्नोई
बिश्नोई को पिछले साल अंडर -19 टीम इंडिया के लिए विश्वकप खेलते देखा गया था जिसमें दमदार प्रदर्शन के चलते उन्हें आईपीएल में किंग्स इलेवन पंजाब की टीम ने शामिल किया था।
टीम इंडिया के अंडर - 19 सितारे स्पिन गेंदबाज रवि बिश्नोई का मानना है कि वो कोरोना वायरस और लॉकडाउन के चलते अपनी क्रिकेट की भूख को विश्वकप के पुराने और आईपीएल के मैच देखकर मिटा रहे हैं। बिश्नोई को पिछले साल अंडर -19 टीम इंडिया के लिए विश्वकप खेलते देखा गया था जिसमें दमदार प्रदर्शन के चलते उन्हें आईपीएल में किंग्स इलेवन पंजाब की टीम ने शामिल किया था। ऐसे में कोरोना के कारण आईपीएल को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया है। जिसके चलते ये खिलाड़ी भी घर पर बैठा है।
ईएसपीऍनक्रिकइन्फो से बातचीत में बिश्नोई ने कहा, "मैं अपनी क्रिकेट की भूख क्रिकेट की भूख को विश्वकप के पुराने मैच और आईपीएल के मैच देखकर मिटा रहे हूँ। मैं बाहर जा कर गेंदबाजी करने का और इंतज़ार नहीं कर सकता हूँ। जैसे माहौल सुरक्षित होगा तुरंत में ट्रेनिंग शुरू कर दूंगा। जबसे लॉकडाउन शुरू हुआ है मैं बीकानेर के घर में ही बंद हूँ। फिटनेस के लिए थोड़ी ऑनलाइन क्लासेस भी ले रहा हूँ।"
बिश्नोई ने आगे कहा, " हर किसी के पास घर में उपकरण और पर्याप्त जगह नहीं है। इसलिए वेटलिफ्टिंग ट्रेनिंग करना थोडा मुश्किल है। मैं उपकरण की जगह पत्थर और गैस सिलेंडर उठाकर वेटलिफ्टिंग की ट्रेनिंग कर रहा हूँ।"
इतना ही नहीं आईपीएल में जिस किंग्स इलेवन पंजाब का बिश्नोई हिस्सा है उस टीम के कोच अनिल कुंबले भी हैं। ऐसे में अनिल कुंबले से सीखने को लेकर बिश्नोई ने कहा, " आईपीएल के लिए मैं बहुत उत्साहित था क्योंकि ये बहुत बड़ा प्लेटफॉर्म है अपने आपको साबित करने का और कुछ महान खिलाड़ियों के साथ समय बिताने को भी मिलता है। मगर इस समय पूरी दुनिया में कोरोना फैला हुआ है तो मेरे सपनो को थोडा और इंतज़ार करना होगा। मैं कुंबले सर से बातचीत करने के बारे में सोच रहा हूँ।"
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गौरतलब है कि पिछले साल अंडर - 19 विश्वकप में टीम इंडिया को फ़ाइनल मैच में बांग्लादेश के सामने हार का सामना करना पड़ा था। इतना ही नहीं मैच के बाद दोनों टीम के खिलाड़ियों के बीच अपशब्द और हाथापाई तक भी हो गई थी। जिसके बारे में बिश्नोई ने कहा, "ये सब बस एक तनाव भरे माहौल का नतीजा था। हमे बाद में अहसास हुआ कि ये सब नहीं करना चाहिए था। इस तरह मैच्योरिटी धीरे - धीरे आती है। आपको हर स्थिति पर सामान्य रहना चाहिए। इस तरह की हार - जीत क्रिकेट खेल का हिस्सा है। इसलिए मैं इसे सकरात्मक देखा हूँ और इससे काफी कुछ सीखता भी हूँ।"
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बता दें कि साउथ अफ्रीका की सरजमीं पर खेले गए अंडर - 19 विश्वकप में रवि ने 17 विकेट लिए थे। जो कि किसी भी भारतीय खिलाड़ी द्वारा अभी तक अंडर - 19 विश्वकप में लिए गए सबसे अधिक विकेट हैं। इतना ही नहीं इस विश्वकप में भी सबसे अधिक विकेट रवि के ही नाम थे।