EXCLUSIVE| इंग्लैंड-साउथ अफ्रीका की वजह से भारत को ऑस्ट्रेलिया में मिली जीत - सौरव गांगुली
भारती टीम की इस जीत के बाद क्रिकेट के बड़े बड़े दिग्गजों ने उन्हें बधाई दी। इसी कड़ी में भारतीय पूर्व कप्तान और इंडिया टीवी के एक्सपर्ट सौरव गांगुली ने क्रिकेट की बात शो पर भारतीय टीम को बधाई दी।
भारत ने 71 साल बाद ऑस्ट्रेलिया को उसी की सरजमीं पर टेस्ट सीरीज हराकर इतिहास रच दिया है। भारत ने यह सीरीज 2-1 से अपने नाम की। इसी के साथ भारत ने अपने नए साल का आगाज जीत के साथ किया है। भारती टीम की इस जीत के बाद क्रिकेट के बड़े बड़े दिग्गजों ने उन्हें बधाई दी। इसी कड़ी में भारतीय पूर्व कप्तान और इंडिया टीवी के एक्सपर्ट सौरव गांगुली ने क्रिकेट की बात शो पर भारतीय टीम को बधाई दी।
दादा ने शो के दौरान टीम इंडिया को बधाई देते हुए कहा "यह बहुत बड़ी जीत है। भारत बदकिस्मत रहा कि बारिश की वजह से परिणाम 3-1 ना हो सका। भारतीय टीम के साथ सभी सपोर्ट स्टाफ को इस जीत की बधाई। यह एक बहुत अच्छी जीत है, ऑस्ट्रेलिया को उसके घर जाकर हराना आसान बात नहीं है और इस टीम ने करके दिखाया है।"
भारतीय कप्तान विराट कोहली ने इस ऐतिहासिक जीत के बाद कहा था कि भारतीय टीम को इसके बाद एक नहीं पहचान मिलेगी। कोहली के इस बयान पर दादा ने कहा "आशा करते हैं टीम और अच्छा खेले और सब-कॉन्टिनेंट में जाकर और सीरीज जीते। अभी तो इंडिया के बाहर भारत को इतनी सीरीज नहीं खेलनी है। एक साल में उन्होंने साउथ अफ्रीका, इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया में एक साथ खेल चुके हैं, लेकिन यह अच्छी जीत है।"
खिलाड़ियों के योगदान के बारे में सौरव गांगुली ने कहा "पर्थ टेस्ट के बाद सभी खिलाड़ियों ने अपना रोल बहुत अच्छे से निभाया है। मयंक अग्रवाल ने ओपन करके भारत को बहुत अच्छी शुरुआत दी। ओपनिंग इन कंडिशंस में बहुत जरूरी होती है। 2001-07 में जब भी इंडिया ने मैच जीता है तब सलामी बल्लेबाजों ने अच्छी शुरुआत दी है। उस समय सहवाग, आकाश चोपड़ा, वसीम जाफर टीम का हिस्सा हुआ करते थे। यहां पर मयंक अग्रवाल ने वो काम किया है। पंत ने भी सिडने टेस्ट में अच्छी बल्लेबाजी की है।"
नंबर एक रहेगी टेस्ट में
गांगुली ने कहा "मैं मानता हूं कि यह टीम लंबे समय तक टेस्ट रैंकिंग में नंबर 1 पर रहेगी। क्योंकि अब भारत को इंडिया में अधिकतर टेस्ट सीरीज खेलनी है। सब कॉन्टिनेंट के बाहर जाने का सर्कल भारत ने पूरा कर लिया है। इंडिया में इस टीम को हराना बहुत मुश्किल हो जाएगा किसी भी टीम के लिए। भारत ने साउथ अफ्रीका, इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया जैसे मुश्किल समय को पार कर लिया है।"
विराट कोहली ने मैच के बाद प्रैस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि टॉस हारने के बाद हमने विपक्षी टीमों से काफी करीबी मैच खेले हैं और जब हम टॉस जीते हैं तो हमने उनके अपने पास भी नहीं आने दिया। कोहली के टॉस वाले इस बयान पर दादा का मानना है कि टॉस जीतने से टीम को थोड़ा एडवांटेज मिलता है।
सौरव गांगुली ने कहा "टॉस मैच पर फर्क डालता है, लेकिन यह खेल का एक हिस्सा है। जो टॉस जीतता है उसे थोड़ा सा एडवांटेज मिलता है, लेकिन ऐसा नहीं है कि टॉस जीतो और मैच जोतो। भारत यहां सिर्फ टॉस जीतने से नहीं, बल्कि टॉस जीतने के बाद जो उन्होंने बड़े स्कोर बनाए है उससे जीता है। जब आप 400-600 का बड़ा स्कोर खड़ा करते हो तो दूसरी टीम पर प्रेशर आ जाता है और खासकर इस ऑस्ट्रेलियाई टीम पर जिनकी इस सीरीज में बल्लेबाजी कुछ खास नहीं रही है।"
दादा ने विराट कोहली की कप्तानी के बारे में बात करते हुए कहा "कप्तान क्रिकेट के खेल में सबसे जरूरी इंसान होता है। यह खेल फुटबॉल जैसा नहीं है जहां मैनेजर का रोल सबसे महत्वपूर्ण होता है। कप्तान का भरोसा एक खिलाड़ी अपने ऊपर बनाता है। अगर कोई कप्तान किसी को खिलाड़ी को जाकर कहे कि तू आच्छा है और तू मेरी टीम में खेलेगा तो उस खिलाड़ी का आत्म विश्वास बहुत बड़ जाता है।" दादा ने यह बात मयंक अग्रवाल के बारे में कहा जिन्हें बीच ऑस्ट्रेलिया दौरे में भारत से बुलाया गया था।
दादा ने बताया भारत का ऑस्ट्रेलिया में जीत का कराण
ऑस्ट्रेलिया में भारत को मिली इस ऐतिहासिक जीत के बारे में बात करते हुए सौरव गांगुली ने कहा कि "भारत के लिए सबसे अच्छी चीज यह रही कि भारत ने एक ही साल में साउथ अफ्रीका, इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया का दौरा किया। यह एक बहुत बड़ा कारण है साल के अंत में भारत का ऑस्ट्रेलिया में जीतने का। अगर एक ओवरसीज टूर करने के बाद 12 महीने बाद अगला टूर करते हो तो रिधम टूट जाता है। इस वजह से भारत को इंग्लैंड, साउथ अफ्रीका में खेलकर यह आइडिया हुआ कि विदेशी धरती पर कैसे जीतना है।"