T20 World Cup 2021 के 10 लम्हें जो फैंस को हमेशा रहेंगे याद
भारत को पाकिस्तान से 10 विकेट हार मिलने से लेकर साउथ अफ्रीका की किस्मत खराब निकलने तक यहां देखिए इस टूर्नामेंट के सबसे बड़े मूमेंट्स-
विराट कोहली के बतौर टी-20 अंतरराष्ट्रीय कप्तान के आखिरी टूर्नामेंस से लेकर चार गेंदबाजों में चार विकेट गिरते देखने तक इस टी-20 विश्व कप में कई चीजें आनोखी दिखीं। टी-20 विश्व कप के सातवें संस्करण में आइए देखते हैं 10 सबसे यादगार लम्हें-
1) भारतीय क्रिकेट टीम के इस टी-20 विस्व कप में अभियान के साथ-साथ विराट कोहली की टी-20 अंतरराष्ट्रीय की कप्तानी का भी अंत आ चुका है। विराट ने इस टूर्नामेंट से पहले ही घोषणा कर दी थी कि वे इस टूर्नामेंट के बाद भारत की टी-20 प्रारूप की कप्तान छोड़ देंगे।
2) टी-20 विश्व कप 2021 के साथ भारतीय टीम के मुख्य कोच रवि शास्त्री का भी कार्यकाल इस दौरे के साथ खत्म हो गया। अब टीम टीम के मुख्य कोच का पद राहुल द्रविड़ संभालेंगे।
3) आयरलैंड के तेज गेंदबाज कर्टिस कैंफर ने चार गेंदों में चार विकेट लिए और नीदरलैंड्स को क्वॉलीफायर राउंड में 7 विकेट से हराने में अहम योगदान दिया। कैंफर ने पहले हैट्रिक ली और उस मैच में अपना बॉलिंग फिगर 4-26 का रखा। टी-20 अंतरराष्ट्रीय के इतिहास में कैंफर सिर्फ तीसरे गेंदबाज बने जिन्होंने चार गेंदों में चार विकेट लिए। उनसे पहले ये कारनामा अफगानिस्तान के राशिद खान और श्रीलंका के लसिथ मलिंगा कर चुके हैं।
4) बाबर आजम और मोहम्मद रिजवान ने अपने नाबाद अर्धशतकों की बदौलत भारत को 10 विकेट से मात दी। टी-20 विश्व कप में पाकिस्तान की ये भारत पर पहली जीत थी। 152 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए बाबर आजम (58) और रिजवान (79) ने दुबई में धुंआधार बल्लेबाजी कर मुकाबला जिताया। उस मैच में गेंदबाज शाहीन शाह अफरीदी का फिगर 3-31 था।
5) क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका ने सुपर 12 ग्रुप 1 के वेस्टइंडीज के खिलाफ टी20 विश्व कप के मैच से पहले ‘ब्लैक लाइव्स मैटर’ अभियान के समर्थन में खिलाड़ियों को हर मैच से पहले घुटने के बल बैठने का निर्देश दिया था। इस निर्देश के बाद टीम में विवाद हो गया था और क्विंटन डि कॉक ने इसे मानने से इंकार करते हुए गत चैम्पियन वेस्टइंडीज के खिलाफ मैच नहीं खेलने का फैसला किया था। डि कॉक ने हालांकि टी20 विश्व कप के बाकी बचे मैचों के लिये स्वयं को उपलब्ध रखते हुए कहा कि यदि उनके घुटने के बल बैठने से दूसरों को शिक्षित करने में मदद मिलती है तो उन्हें इसमें दिक्कत नहीं है।
6) भारत को पाकिस्तान से मिली 10 विकेट से करारी हार के बाद सोशल मीडिया पर धर्म के अधार पर कुछ लोगों ने मोहम्मद शमी को जमकर ट्रोल किया था। ट्रोल करने वाले लोगों को भारतीय कप्तान विराट कोहली ने जवाब दिया था। कोहली ने न्यूजीलैंड के खिलाफ मुकाबले से पहले कहा था कि धर्म को लेकर किसी पर हमला करना दयनीय बात है।
विराट कोहली ने कहा, "मैदान पर हमारे खेलने की एक अच्छी वजह है। सोशल मीडिया पर लिखने वाले वे रीढहीन लोग नहीं जिनमें किसी व्यक्ति से आमने सामने बात करने का साहस नहीं है। यह इंसानियत का सबसे निचला स्तर है। किसी पर धर्म के आधार पर हमला करने से ज्यादा निराशाजनक कुछ नहीं हो सकता। कभी धर्म के आधार पर पक्षपात के बारे में नहीं सोचा। धर्म बहुत पवित्र चीज है। हमारे भाइचारे और दोस्ती को हिलाया नहीं जा सकता और इन चीजों से फर्क नहीं पड़ता। जो लोग हमें समझते हैं, मैं उन्हें श्रेय देता हूं।"
7) जोस बटलर ने श्रीलंका के खिलाफ आईसीसी टी20 विश्व कप मुकाबले में मुश्किल परिस्थितियों में नाबाद शतक लगाकर अपनी टीम को जीत दिलाई थी। ये इंग्लैंड के लिए उनकी सर्वश्रेष्ठ पारियों में से एक थी। बटलर ने इस मैच में 67 गेंद की नाबाद पारी में 101 रन बनाये, जो इस प्रारूप में उनका पहला अंतरराष्ट्रीय शतक था।
8) श्रीलंका क्रिकेट टीम भले ही सुपर 12 स्टेज से ही नॉकआउट हो गई हो, लेकिन श्रीलंका के कुछ युवा खिलाड़ी ने अपना दबदबा बना लिया है। लेग स्पिनर वनिंदु हसरंगा 10 से कम की एवरेज के साथ 16 विकेट ले चुके थे। 24 वर्षीय इस गेंदबाज ने साल 2021 में 36 विकेट लिए। मिकी आर्थर ने उनके लिए कहा था, "हसरंगा एक खास क्रिकेटर है।"
9) वेस्टइंडीज के कप्तान कायरन पोलार्ड ने ड्वेन ब्रावो के रिटायरमेंट को 'एक दौर का अंत' बनाया। ब्रावो के साथ क्रिस गेल का भी ये आखिरी विश्व कप बताया जा रहा है। ब्रावो ने संन्यास की घोषणा की थी लेकिन गेल फिलहाल संन्यास की घोषणा नहीं की है। गत चैंपियन विंडीज को ऑस्ट्रेलिया ने 8 विकेट से हराया था। उन्होंने सुपर 12 स्टेज में पांच में से चार मुकाबले गंवाए थे।38 वर्षीय ब्रावो और 2 वर्षीय गेल 2012 और 2016 टी-20 चैंपियन टीम का हिस्सा थे। उनको ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया था।
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10) साउथ अफ्रीका सुपर 12 में ग्रुप 1 का हिस्सा था। उन्होंने पांच मुकाबले खेले जिसमें उन्होंने चार मैच जीते और एक गंवाया। सेमीफाइनल में जाने वाली टीम इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया ने भी पांच में से चार मैच ही जीते थे। प्रोटीज का नेट रन रेट भी पॉजिटिव में था लेकिन उनकी किस्मत ने फिर उनका साथ नहीं दिया और वे सेमीफाइनल में जाने से चूक गए।