इन 4 कारणों से पाकिस्तान गंवा सकता है T20 World Cup 2021 जीतने का मौका
क्या पाकिस्तान का सफर सेमीफाइनल में खत्म होगा या इस बार बाबर आजम उठा सकते हैं ट्रॉफी?
टी-20 विश्व कप 2021 अपने अंतिम चरण में प्रवेश कर चुका है। ये टूर्नामेंट भारतीय टीम और उनके फैंस के लिए दिल तोड़ने वाला था लेकिन दूसरी ओर भारत की चिर-प्रतिद्वंद्वी टीम पाकिस्तान के लिए ये काफी अच्छा और रोमांचक साबित हुआ। पाकिस्तान को इस टूर्नामेंट में ग्रुप 2 में रखा गया था जिसमें उनके साथ भारत, न्यूजीलैंड, अफगानिस्तान, स्कॉटलैंड और नामीबिया थे। इन सभी टीमों में पाकिस्तान की कड़ी टक्कर भारत से हुई थी जिनके खिलाफ उन्होंने 10 विकेट से जीत हासिल की थी। पाकिस्तान का ग्रुप स्टेज में टॉपर बनने का सफर 24 अक्टूबर से ही शुरू हो गया था। भारत को 10 विकेट से हराने के बाद पाकिस्तान का आत्मविश्वास इतना बढ़ गया कि उन्होंने टीम कीवी और अफगानिस्तान को पांच विकेट से हराया। इन तीनों मुकाबलों में पाकिस्तान ने टॉस जीत कर पहले गेंदबाजी चुनी थी। फिर उन्होंने नामीबिया और आखिर में स्कॉटलैंड को हराया और ग्रुप 2 के अपने सभी मुकाबले जीत कर दबदबा बना लिया। एक ओर जहां पाकिस्तान अपने ग्रुप में ‘सुपरस्टार’ बन गई, वहीं साथ-साथ ग्रुप 1 के मुकाबले भी खेले जा रहे थे जिसमें ग्रुप 2 की तुलना में ज्यादा नामी और मजबूत टीमें थीं। ग्रुप 1 का हिस्सा इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया, साउथ अफ्रीका, श्रीलंका, वेस्टइंडीज और बांग्लादेश थीं। इस ग्रुप से इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया ने 5 में से 4 मैचों में जीत हासिल कर सेमीफाइनल के लिए क्वॉलीफाई कर लिया। ग्रुप स्टेज खत्म होने के बाद पाकिस्तान की असल परीक्षा शुरू होने वाली है। क्या पाकिस्तान का सफर सेमीफाइनल में खत्म होगा? इन चार कारणों से पाकिस्तान का सफर सेमीफाइनल में ही खत्म हो सकता है-
1) पाकिस्तान ने अब तक ग्रुप स्टेज के अपने छह मैचों में 813 रन बनाए हैं, इसमें टीम के सलामी बल्लेबाज बाबर आजम और मोहम्मद रिजवान ने 483 रन बनाए हैं। इसका मतलब ये हुआ कि टीम के लिए लगभग 60 प्रतिशत रन रिजवान और बाबर ने ही बनाए हैं। इस टीम के ओपनर्स पर ही बल्लेबाजी क्रम की पूरी जिम्मेदारी रहती है। टीम का मिडल ऑर्डर अब तक टेस्ट नहीं हो सका है। अब आप ये सोच रहे होंगे कि स्कॉटलैंड के खिलाफ शोएब मलिक और अफगानिस्तान के खिलाफ आसिफ अली ने धमाकेदार पारियां खेली थीं? फिर इसका जवाब ये है कि पाकिस्तान जो अगला मुकाबला खेलेगा, वो ग्रुप स्टेज नहीं बल्कि इस टूर्नामेंट का सेमीफाइनल होगा और अब उनके सामने स्कॉटलैंड और अफगानिस्तान जैसी टीम नहीं बल्कि ऑस्ट्रेलिया जैसी बड़ी और मजबूत टीम होगी।
2) भारत को आसानी से 10 विकेट से हराने के बाद पाकिस्तान ये भूल गया कि उनको न्यूजीलैंड और अफगानिस्तान के खिलाफ जीत काफी संघर्ष करने के बाद हासिल हुई थी। अफगानिस्तान के खिलाफ आसिफ अली के चार छक्के जीवनदान साबित हुए थे। इतना ही नहीं, नामीबिया के खिलाफ भी पाकिस्तानी गेंदबाज संघर्ष करते दिखे थे। फिर स्कॉटलैंड के खिलाफ उन्होंने जीत हासिल की लेकिन स्कॉटलैंड ऐसी टीम रही जिसने सभी टीमों से मैच गंवाए थे। इन पांच मैचों में पाकिस्तान ने सिर्फ एक ही बड़ी जीत हासिल की जो भारत के खिलाफ थी।
3) जब भारत, पाकिस्तान, अफगानिस्तान और न्यूजीलैंड एक ही ग्रुप में होते हैं तो ग्रुप स्टेज काफी रोमांचक दिखता है। वहीं, अन्य ग्रुप में इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया जैसी बड़ी टीमें हैं। अगर पाकिस्तान ऑस्ट्रेलिया को हरा कर फाइनल में प्रवेश करता भी है तो आगे चल कर इंग्लैंड के खिलाफ फाइनल खेलता है तो पाकिस्तान के लिए, स्टैट्स और इतिहास के लिहाज से मुश्किलें आ सकती हैं। पाकिस्तान का इंग्लैंड के खिलाफ टी-20 अंतरराष्ट्रीय का रिकॉर्ड बहुत खराब है। दोनों टीमों ने 21 बार मैच खेले हैं जिसमें पाकिस्तान ने सिर्फ 6 बार जीत हासिल की है और इंग्लैंड ने 13 मुकाबले जीते हैं।
4) इंग्लैंड के खिलाफ खेलने से पहले पाकिस्तान का सामना ऑस्ट्रेलिया से सेमीफाइनल में होगा। अब तक एक दर्जन से ज्यादा 50 ओवर के विश्व कप खेले जा चुके हैं और आधे दर्जन टी-20 विश्व कप खेले गए हैं। पाकिस्तान ने ऑस्ट्रेलिया को नॉकआउट राउंड में कभी नहीं हराया है। अगर इस बार वे ऑस्ट्रेलिया को हरा देते हैं तो वे इतिहास रच देंगे।
ग्रुप 2 से पाकिस्तान और न्यूजीलैंड ने सेमीफाइनल के लिए क्वॉलीफाई किया है। सेमीफाइनल मुकाबलों की बात करें तो पहला सेमीफाइनल इंग्लैंड और न्यूजीलैंड के बीच 10 नवंबर को होगा और दूसरा सेमीफाइनल मुकाबला 11 नवंबर को पाकिस्तान और ऑस्ट्रेलिया के बीच होगा।