नई दिल्ली। सलामी बल्लेबाज मुरली विजय के राष्ट्रीय चयनसमिति की तरफ से संवादहीनता के बारे में बात करने पर मुख्य चयनकर्ता एमएसके प्रसाद ने गुरुवार को हैरानी जतायी। प्रसाद की अगुवाई वाली तीन सदस्यीय समिति पहले ही आलोचकों के निशाने पर है क्योंकि करूण नायर ने खुलासा किया था कि उन्हें लगातार छह टेस्ट मैचों से बाहर रखने के बाद बाहर किये जाने के बारे में न तो टीम प्रबंधन (मुख्य कोच रवि शास्त्री और कप्तान विराट कोहली) और ना ही चयनकर्ताओं ने उनसे बात की।
पूर्व स्पिनर हरभजन सिंह ने भी चयनकर्ताओं की आलोचना की थी और अब प्रसाद ने इस पर स्पष्टीकरण दिया। प्रसाद ने पीटीआई से कहा, ‘‘ये सभी आधारहीन रिपोर्ट हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘जहां तक मुरली विजय को बाहर करने के बाद उनसे संवादहीनता की बात है तो मैं भी हैरान हूं कि उन्होंने ऐसा क्यों कहा जबकि मेरे साथी चयनकर्ता देवांग गांधी ने उन्हें सूचित कर दिया था कि किन कारणों से उन्हें बाहर किया जा रहा है।’’
प्रसाद ने कहा कि शिखर धवन को इसलिए बाहर किया गया क्योंकि वह सीमित ओवरों की फार्म को टेस्ट में नहीं दोहरा पाये। उन्होंने कहा, ‘‘शिखर सीमित ओवरों की क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन कर रहा है लेकिन लंबे प्रारूप में वह इसे नहीं दोहरा पाया। हमने भारत ए और घरेलू क्रिकेट में ढेरों रन बना रहे पृथ्वी शॉ और मयंक अग्रवाल को मौका देने का फैसला करने से पहले उन्हें (धवन) पर्याप्त मौके दिये।’’
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