अवैध निर्माण के कारण गॉल स्टेडियम पर श्रीलंका सरकार ले सकती है बड़ा फैसला
श्रीलंका का गॉल स्टेडियम अपनी खूबसूरती के लिए दुनिया भर में प्रसिद्ध है।
क्रिकेट के सबसे खूबसूरत स्टेडियमों में शुमार श्रीलंका के गॉल स्टेडियम के पवेलियन को विरासत कानून के उल्लंघन के कारण ध्वस्त किया जा सकता है। सरकार ने कहा कि स्टेडियम के एक पवेलियन से 17वीं सदी के ‘डच फोर्ट’ को नुकसान हो रहा है। इस किले का निर्माण शुरूआत में पुर्तगाली के उपनिवेशकों 1505 ने किया था। बाद में नीदरलैंड उपनिवेशकों ने उन्हें यहां से खदेड़ दिया और यहां कई इमारतों का निर्माण किया। देश के संस्कृति मंत्री विजयादास राजपक्षे ने संसद में कहा कि स्टेडियम में अवैध निर्माण किया गया है और इसमें 500 सीट का ये पवेलियन शामिल है। इससे किले की ‘यूनेस्को की विश्व विरासत’ का दर्जा खोने का खतरा है।
उन्होंने कहा, ‘‘हमें फैसला करना है कि हम ‘यूनेस्को की विश्व विरासत’ के दर्जे को बरकरार रखना चाहते है या पवेलियन को।’’ गॉल स्टेडियम अपनी बैठने की व्यवस्था के कारण दुनिया भर प्रसिद्ध है। राजपक्षे ने हालांकि कहा कि सरकार कोलंबो से 115 किलोमीटर दक्षिण में गॉल में एक और स्टेडियम बनाने की योजना बना रही है। उन्होंने कहा, ‘‘गॉल में हम और क्रिकेट मैदान बना सकते है।’’
खेल मंत्री फैजर मुस्तफा ने कहा, ‘‘गॉल स्टेडियम को तत्काल तौर पर ध्वस्त नहीं किया जाएगा। हम किले की ‘विश्व विरासत’ की स्थिति को बनाए रखना चाहते हैं। क्रिकेट स्टेडियम के लिए हम एक विकल्प तैयार करेंगे। स्पिनरों के लिए मददगार गॉल स्टेडियम का निर्माण 1998 में हुआ था और यह मैदान श्रीलंका के लिए भाग्यशाली रहा है। पिछले दिनों उन्होंने दक्षिण अफ्रीका को टेस्ट मैच में तीन दिनों के भीतर 278 रन से हराया था।