साल 2020 में नम रहीं खेल प्रेमियों की आंखे, इन खिलाड़ियों का हुआ निधन
खेल जगत ने कई महान खिलाड़ियों को इस साल में खोया, आइये साल के अंत में एक बार फिर इन सब खिलाड़ियों को याद कर हम श्रद्धांजलि देते हैं।
'Just 2020 Things' अब किसी के साथ कुछ भी बुरा होता है तो अंग्रेजी की ये लाइन जरूर सुनने को मिलती है। इस साल कोरोनावायरस के कहर ने हर किसी को हिला कर रख दिया है। कुछ लोगों की इस महामारी की वजह से अपनी जॉब खोनी पड़ी तो कुछ लोगों को अपने चाहने वालों को भी खोया। इस साल खेल प्रेमियों की भी आंखे पूरे साल नम रही। साल की शुरुआत में बास्केटबॉल के दिग्गज खिलाड़ी और NBA स्टार कोबी ब्रायंट की हेलिकॉप्टर क्रैश में मौत हुई, इस घटना ने हर किसी को हिला कर रख दिया था। इसके बाद खेल जगत ने कई महान खिलाड़ियों को इस साल में खोया, आइये साल के अंत में एक बार फिर इन सब खिलाड़ियों को याद कर हम श्रद्धांजलि देते हैं।
कोबी ब्रायंट (23 अगस्त 1978 - 26 जनवरी 2020)
NBA के इस स्टार खिलाड़ी का निधन 26 जनवरी 2020 को हेलिकॉप्टर क्रैश में हुआ था। इस दौरान उनकी 13 वर्षीय बेटी गियाना भी सवार थी। बताया जाता है कि कोबी ब्रायंट समेत इस हैलिकॉप्टर में 4 लोग सवार थे और वो हैलिकॉप्टर लॉस एंजेलेस के पास एक उपनगरीय इलाके में क्रैश हो गया। यह कोबी का प्राइेवट हेलिकॉप्टर था।
कोबी प्रतिष्ठित नैशनल बास्केटबॉल असोसिएशन (NBA) में 20 साल रहे और इस दौरान उन्होंने 5 चैंपियनशिप्स अपने नाम कीं। गार्जियन टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक रिटायर होने के बाद उन्होंने मीडिया में कदम रखा। साल 2018 में उन्हें डियर बास्केटबॉल नाम सी शॉर्ट फिल्म के लिए ऑस्कर पुरस्कार भी मिला। जब उन्होंने रिटायरमेंट की राह चुनी थी, तब उन्होंने एक कविता लिखी थी। यह फिल्म उसी बारे में है।
ब्रायंट की अगुवाई में अमेरिका की ओलंपिक टीम ने 2008 बीजिंग ओलंपिक और 2012 लंदन ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीते थे। उन्होंने कई शानदार प्रदर्शन किये लेकिन 22 जनवरी 2006 को टोरंटो रैप्टर्स के खिलाफ उनके प्रदर्शन को कोई नहीं भुला सकता जब उन्होंने 81 अंक बनाये।
सर एवर्टन वीक्स (26 फरवरी 1925 - 1 जुलाई 2020)
वेस्टइंडीज के महान बल्लेबाज सर एवर्टन वीक्स ने 95 साल की उम्र खेल जगत को अलविदा कह दिया था। साल 2019 में सर एवर्टन वीक्स को हार्ट अटैक आया था जिसके बाद वो लगातार बीमार चल रहे थे। 'द थ्री डब्ल्यूएस' नाम से मशहूर वेस्टइंडीज की तिकड़ी का वह हिस्सा थे। उनके अलावा इस तिकड़ी में वीक्स क्लाइड वालकॉट और फ्रैंक वॉरेल का नाम शामिल है।
वीक्स ने सर क्लाइड वाल्कॉट और सर फ्रैंक वारेल के साथ मिलकर पचास के दशक में विश्व क्रिकेट का सबसे मजबूत बल्लेबाजी क्रम तैयार किया था। उन्हें कैरेबियाई क्षेत्र में खेलों का ‘जनक’ भी कहा जाता है।
10 साल के अपने छोटे से करियर में एवर्टन वीक्स ने 58.62 की बेहतरीन औसत से 4455 रन बनाए थे। इस दौरान उन्होंने 15 शतक भी जड़े थे। वीक्स के नाम लगातार पांच पारियों में शतक जड़ने के साथ-साथ टेस्ट क्रिकेट में सबसे तेज 1000 रन जड़ने का संयुक्त रिकॉर्ड भी दर्ज है। वीक्स ने टेस्ट क्रिकेट की 12 पारियों में 1000 रन पूरे किए थे।
चेतन चौहान (21 जुलाई 1947 - 16 अगस्त 2020)
देश को आजादी मिलने से कुछ समय पहले जन्मे भारतीय पूर्व क्रिकेटर चेतन चौहान का निधन 16 अगस्त 2020 को हुआ था। भारत के लिये 40 टेस्ट खेलने वाले चेतन चौहान को कोरोनावायरस ने अपनी चपेट में ले लिया था। उनके भाई पुष्पेंद्र चौहान ने यह जानकारी दी थी कि चेतन चौहान को 36 घंटे से लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा हुआ था। क्रिकेट के मैदान पर अपनी जुनून और जज्बे के लिए जाने जाने वाले चौहान कोरोना से जंग जीत नहीं पाए और 73 बरस की उम्र में उन्होंने अंतिम सांस ली।
सलामी बल्लेबाज रहे चेतन चौहान के क्रिकेट करियर की बात करें तो अपने जीवन में उन्होंने कई शानदार पारियां सुनील गावस्कर के साथ खेली। अपने 12 साल के करियर में टेस्ट क्रिकेट से शुरुआत करने वाले चेतन चौहान ने 40 टेस्ट मैचों में 2084 रन बनाए जिसमें उनकी 97 रनों की बेस्ट पारी शामिल हैं। वहीं, 7 वनडे मैचों में उन्होंने सिर्फ 153 रन बनाए हैं। वह किसी भी फॉर्मेट में शतक नहीं बना पाए।
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एक बार फिरोजशाह कोटला मैदान पर दिल्ली का रणजी ट्रॉफी मैच देखने के दौरान उनसे पूछा गया था कि नौ बार 80 और 97 रन के बीच आउट होकर उन्हें कैसा लगा तो वह मुस्कुरा दिए। उन्होंने गर्व के साथ कहा, ‘‘यह संभवत: किस्मत थी लेकिन मैंने देखा है कि लोग शतक को लेकर मेरे से अधिक निराश हुए हैं। मुझे कोई मलाल नहीं है। मैं भारत के लिए 40 टेस्ट खेला और सुनील गावस्कर का सलामी जोड़दार रहा।’’
डीन जोन्स (24 मार्च 1961 - 24 सितंबर 2020)
क्रिकेट के मैदान के बाद कमेंट्री की दुनिया में अपनी आवाज का जादू चलाने वाले इस ऑस्ट्रेलियाई पूर्व खिलाड़ी का निधन 24 सितंबर को दिल का दौरा पड़ने से हुआ था। उस समय यूएई में आईपीएल खेला जा रहा था और वह कमेंट्री टीम का भी हिस्सा थे।
59 वर्षीय जोंस 1987 विश्व कप विजेता टीम का हिस्सा थे। जोंस ने ऑस्ट्रेलिया के लिए 52 टेस्ट मैचों में 3631 रन बनाए। ऑस्ट्रेलिया के लिए उन्होंने 164 वनडे मैच खेले और 6,068 रन बनाए। 1986 में भारत के खिलाफ मद्रास टेस्ट में लगाया गया उनका दोहरा शतक क्रिकेट इतिहास की अतुलनीय पारियों में से एक है। यह मैच टाई रहा था।
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1994 में उन्होंने संन्यास ले लिया था और गोल्फ के खेल में दिलचस्पी दिखाई थी। वह इसके बाद न्यूजीलैंड, अफगानिस्तान, पाकिस्तान, बांग्लादेश में लीगों में टीमों के कोच रहे। उन्हें एक शानदार कॉमेनटेटर के रूप में भी याद किया जाता है।
डिएगो माराडोना (30 अक्टूबर 1960 - 25 नवंबर 2020)
1986 में अर्जेंटीना को अपनी कप्तानी में वर्ल्ड कप जीताकर फुटबॉल की दुनिया में नाम कमाने वाले डिएगो माराडोना ने 25 नवंबर 2020 दुनिया को अलविदा कह दिया था। 30 अक्टूबर को अपना 60वां जन्मदिन मनाने के कुछ दिन बाद माराडोना की ब्रेन सर्जरी हुई थी। माराडोना के दिमाग में खून के थक्के मिले थे।
माराडोना ने अर्जेंटीना के लिए 91 मैच खेले जिसमें उन्होंने 34 गोल दागे। इसके अलावा वह अर्जेंटीना जूनियर्स, बोका जूनियर्स, बार्सिलोना, नेपोली, सेविला और नेवेल्स ओल्ड बॉयज़ जैसे क्लबों के लिए भी खेले। 1986 वर्ल्ड कप टूर्नामेंट में उन्होंने सर्वश्रेष्ट खिलाड़ी चुना गया था और उन्हें गोल्डन बॉल पुरस्कार जीता था।
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इंग्लैंड के खिलाफ क्वार्टर फाइनल में माराडोना के दो गोल अभी भी प्रशंसकों द्वारा याद किए जाते हैं। पहला गोल एक दंड मुक्त हैंडबॉल था जिसे "हैंड ऑफ़ गॉड" के नाम से जाना जाता है, जबकि दूसरा गोल एक शानदार 6 मीटर की दूरी से और छह इंग्लैंड के खिलाड़ियों के बीच से निकाला गया एक गोल था, जो आम तौर पर "दी गोल ऑफ़ दी सेंचुरी" के नाम से जाना जाता है।