महेंद्र सिंह धोनी को टीम इंडिया में जगह दिलाने में पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने अहम रोल अदा किया था। धोनी ने 2004 दिसंबर में बांग्लादेश के खिलाफ अपना वनडे डेब्यू किया था। लगातार कुछ मैचों में फ्लॉप होने के बाद भी दादा ने उन पर भरोसा जताया और उन्हें अगले मैचों में मौका दिया। धोनी ने इसका फायदा उठाते हुए पाकिस्तान के खिलाफ शतकीय पारी खेल गांगुली का भरोसा टूटने नहीं दिया।
लेकिन क्या आप जानते हैं कि सौरव गांगुली को धोनी का टेलेंट इससे पहले ही दिख गया था और वह धोनी को 2004 में हुए ऐतिहासिक पाकिस्तान दौरे पर भी ले जाना चाहते थे। जी हां, इसका खुलासा हाल ही में टीम इंडिया के पूर्व कोच जॉन राइट ने किया है।
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आइएनएस को दिए एक खास इंटरव्यू में इस किस्से के बारे में बात करते हुए राइट ने कहा "धोनी 2004 में पाकिस्तान टूर पर जाने के बहुत नजदीक थे। गांगुली उन्हें टीम में लेने के लिए काफी उत्सुक थे। धोनी सीमा रेखा पर थे और गांगुली का यह फैसला उन फैसलों में से एक था जो किसी भी तरफ जा सकता था। जैसा कि यह साबित हुआ, हमने एक सफल टेस्ट टीम का चयन किया।"
बता दें, भारत ने पाकिस्तान के उस दौरे पर 2-1 से टेस्ट सीरीज और 3-2 से वनडे सीरीज जीती थी।
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राइट ने आगे कहा "यह स्पष्ट है कि उस समय से ही धोनी नेशनल लेवल पर चर्चा में आए। सौरव के पास उनके बारे में कहने के लिए बहुत अच्छी चीजें थीं और वह हमेशा टीम में आने वाले युवाओं को प्रोत्साहित करते थे। लेकिन आप नहीं जानते कि चीजें कैसे काम कर रही है। मैंने उस समय धोनी के बारे में पहली बार सुना।"
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पाकिस्तान के उस दौरे पर धोनी की जगह अंत में पार्थिव पटेल को तीन टेस्ट की सीरीज के लिए चुना गया था। वहीं पांच मैच की वनडे सीरीज में राहुल द्रविड़ ने विकेट कीपिंग की थी।
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