मैदान पर बेबाक राय रखने वाले सौरव गांगुली अपनी किताब में रहे खामोश
सौरव गांगुली ने हाल ही में अपनी किताब लॉन्च की है।
सौरव गांगुली को उनके बेबाक अंदाज और आक्रामकता के लिए जाना जाता है। हर किसी को उम्मीद थी कि गांगुली जब अपनी किताब लॉन्च करेंगे या फिर जब उनकी किताब आएगी तो वो हर मुद्दे का खुलकर जिक्र करेंगे। लेकिन कोई खिलाड़ी कितना भी बड़ा क्यों ना हो लेकिन वो विवादों से दूर ही रहना चाहता है। गांगुली भी अपनी किताब 'अ सेंचुरी इज़ नॉट इनअफ' में बड़ी-बड़ी बातों से बचते नजर आए। गांगुली ने कुछ विवादों को तो इसमें जगह ही नहीं दी वहीं, कुछ को वो सिर्फ छूते हुए निकल गए।
इस बात से बहुत कम ही लोग अनजान होंगे कि गांगुली ने एक बार खिलाड़ियों के लिए मैदान पर पानी ले जाने से इनकार कर दिया था। किताब में इसका जिक्र तो है लेकिन इसका अंदाज कुछ अलग है। किताब में सचिन तेंदुलकर ने जिस तरह से भारत की कप्तानी छोड़ी थी उसका भी जिक्र नहीं है। इसके अलावा किताब में ये भी नहीं है कि कैसे ऑस्ट्रेलिया टॉस के दौरान और बल्लेबाजी के दौरान गांगुली की स्लेजिंग किया करता था।
हालांकि किताब में भले ही गांगुली ने विवादों को दूर रखा हो लेकिन किताब में गांगुली की जिंदगी से जुड़ी काफी बाते हैं। जिसमें उनका पाकिस्तान में खुले आम घूमना है। गांगुली ने किताब के जरिए बताया है कि कैसे पाक दौरे के दौरान वो बाजार में खुलेआम घूमने निकल पड़े थे और जिसके बाद भारत के एक मंत्री और पत्रकार ने उन्हें पहचानकर चिल्लाना शुरू कर दिया और वो फंस गए। वहीं, पाकिस्तान के उस समय के राष्ट्रपति परवेज़ मुशर्रफ ने उन्हें सुरक्षा घेरा तोड़कर बाहर ना घूमने की सलाह दी थी। किताब में काफी कुछ है लेकिन गांगुली की जिंदगी से जुड़े विवादों को इसमें ज्यादा तवज्जो नहीं दी गई है।