टीम इंडिया के सलामी बल्लेबाज शिखर धवन मैदान पर अपने खास सेलिब्रेशन के लिए जाने जाते हैं। धवन जब फील्डिंग करते हुए कैच पकड़ते हैं, तो मूंछों पर ताव देते हुए अपना एक पैर उठाकर ताल ठोंकते हुए खुशी का इजहार करते नजर आते हैं। वे ऐसा क्यों करते हैं? इस बारे में गब्बर ने इंडिया टीवी के शो 'आप की अदालत' में खुलासा किया। गब्बर ने शनिवार को रात 10 बजे टेलीकास्ट हुए आप की अदालत शो में बताया कि वे अपने सेलीब्रेशन को बड़े दिल से करते हैं।
उन्होंने कहा, "ये ऐक्शन मैं दिल से करता हूं। इस ऐक्शन को करने से मुझे एक मर्दों वाली फील आती है। इससे एग्रेशन भी निकल जाता है और किसी को बुरा भी नहीं लगता। अब तो दूसरी टीम के खिलाड़ी भी मुझे आउट करने के बाद ये ऐक्शन करके मुझे दिखाते हैं। तो मैं हंस देता हूं।"
शिखर धवन को टीम इंडिया का गब्बर कहा जाता है। हर कोई जानता है कि गब्बर 'शोले' फिल्म में था। ऐसे में धवन को सब गब्बर क्यों कहते हैं। इस पर आप की अदालत में खुद धवन ने बताया।
उन्होंने कहा, "मैं रणजी ट्रॉफी खेल रहा था और सिली प्वॉइंट पर फील्डिंग कर रहा था। जब दूसरी टीम पार्टनरशिप बना लेती है तो सब शांत हो जाते हैं तो सबको उठाने के लिए बोलता था 'सूअर के बच्चों'। अब अंपायर भी मुझे क्या बोले मैंने किसी को कुछ बुरा-भला तो नहीं बोला और फिर सब हंसना शुरु हो गए। इसके बाद मेरे कोच विजय दहिया ने मुझे गब्बर का नाम दिया। तब से ये नाम फेमस हुआ।"
Latest Cricket News