नई दिल्ली: शशांक मनोहर भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के अगले अध्यक्ष हो सकते हैं। बीसीसीआई के मौजूदा सचिव अनुराग ठाकुर और पूर्व अघ्यक्ष शरद पवार गुट ने मरहूम जगमोहन डालमिया का स्थान लेने के लिए शशांक के नाम पर सहमति जताई है।
इसके साथ ही अध्यक्ष पद के चयन की दिशा में नया मोड़ आ गया है। शशांक मनोहर को पवार का करीबी माना जाता है और अपनी साफ छवि के कारण ही वह प्रमुख दावेदारों में शामिल हो सके हैं।
बीते रविवार को डालमिया का निधन हो गया था। वह 75 साल के थे।
वेबसाइट क्रिकइंफो के मुताबिक ईमानदार छवि वाले विदर्भ के वकील शशांक मनोहर इससे पहले 2008 से 2011 तक बीसीसीआई प्रमुख रह चुके हैं। बाद में एन. श्रीनिवासन ने उनका स्थान लिया था।
शशांक मनोहर को उनकी साफ छवि के लिए जाना जाता है। वह क्रिकेट में भ्रष्टाचार को लेकर बिल्कुल कड़ा रुख रखते हैं और कई मौकों पर उन्होंने श्रीनिवासन की भी आलोचना की थी। ऐसे में जबकि ठाकुर और पवार गुट ने शशांक को अध्यक्ष के तौर पर पेश करने का मन बना लिया है, श्रीनिवासन को अपने खास व्यक्ति को बीसीसीआई की शीर्ष कुर्सी पर बैठाने का मौका नहीं मिल सकेगा।
कारण यह है कि ठाकुर और पवार गुट के पास कुल 29 में से 15 मत हैं। सौरव गांगुली को बंगाल क्रिकेट संघ (सीएबी) का अध्यक्ष बनाए जाने के बाद गांगुली की ओर से भी शशांक मनोहर को समर्थन मिलने की पूरी उम्मीद है।
इसके अलावा त्रिपुरा क्रिकेट संघ और नेशनल क्रिकेट क्लब भी शशांक मनोहर के नाम पर एकराय हो सकते हैं। शशांक मनोहर अगर चुने जाते हैं तो उनका कार्यकाल 2017 तक होगा।
इससे पहले झारखंड क्रिकेट संघ के अध्यक्ष अमिताभ चौधरी का नाम दावेदारों की सूची में सबसे आगे था लेकिन ठाकुर और पवार के अपना उम्मीद चुनने की प्रबल इच्छा ने अब चौधरी की दावेदारी कमजोर कर दी है।
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