भारत ने इंग्लैंड को द ओवल में खेले गए चौथे टेस्ट में 157 रनों से मात दी थी, जिसके बाद भारत ने सीरीज में 2-1 से बढ़त बना ली थी। भारतीय टीम ने लॉर्ड्स में भी जीत का परचम लहराया था। अब विराट कोहली की टोली को इस सीरीज में फेवरेट्स माना जा रहा है। मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड में खेले जाने वाला पांचवां टेस्ट ही बताएगा कि भारतीय टीम ये सीरीज जीतेगी या ये सीरीज ड्रॉ होगी।
आपको बता दें कि एसीसी ने साल 2007 में पटौदी ट्रॉफी इजाद की थी। ये ट्रॉफी भारत के टेस्ट क्रिकेट की एनिवर्सरी को याद करने के लिए है। भारत ने अपना पहला टेस्ट मैच साल 1932 में खेला था। भारत पटौदी ट्रॉफी पहली बार साल 2007 में जीती थी।
अगर मेहमान टीम को ये ट्रॉफी अपने साथ भारत लानी है तो उन्हें पांचवां टेस्ट जीतना होगा। अगर इंग्लैंड पांचवां टेस्ट जीत कर सीरीज को ड्रॉ करता है तो ये ट्रॉफी इंग्लैंड के पास ही रहेगी। ड्रॉ होने के केस में ट्रॉफी उस टीम को रिटेन होती है जिन्होंने पिछली बार सीरीज जीती हो। पिछली बार साल 2018 में इंग्लैंड ने सीरीज जीती थी। भारत ने इंग्लैंड ने लगातार तीन बार इंग्लैंड में टेस्ट सीरीज में मात खाई है। साल 2011, 2014 और 2018 में भारत को हार का सामना करना पड़ा है। पांचवां और आखिरी टेस्ट मैनचेस्टर में 10 सितंबर से खेला जाएगा।
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साल 2018 में, मरहूम क्रिकेटर मंसूर अली खान पटौदी की पत्नी शर्मिला टैगोर को ईसीबी ने न्यौता दिया था। उन्होंने वहां विनिंग कैप्टन को पटौदी ट्रॉफी थमाई थी। इस साल उनको ट्रॉफी थमाने के लिए आमंत्रित नहीं किया गया है। उन्होंने डेक्कन क्रॉनिकल से कहा, "मुझे ईसीबी ने अभी कुछ नहीं कहा है।"
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