ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ब्रिसबेन में जारी बॉर्डर-गावस्कर सीरीज के चौथे मैच में वॉशिंगटन सुंदर और शार्दुल ठाकुर की जोड़ी के नाम एक बड़ा रिकॉर्ड दर्ज हो गया। सुंदर और शार्दुल ऑस्ट्रेलियाई धरती पर सातवें विकेट के लिए शतकीय साझेदारी करने वाले चौथे जोड़ीदार बन गए हैं। इन दोनों खिलाड़ियों के बीच सातवें विकेट के लिए 123 रनों की साझेदारी हुई। इस दौरान दोनों ही खिलाड़ियों ने अपना-अपना अर्द्धशतक भी पूरा किया।
शार्दुल और सुंदर ने उस समय भारतीय टीम के लिए बल्लेबाजी करने मैदान पर उतरे, जब तीसरे दिन लंच के ठीक बाद भारत ने 186 रनों के कुल योग पर छठा विकेट गंवा दिया था। ऑस्ट्रेलिया ने अपने पहली पारी में 369 रन बनाए थे और इस लिहाज से भारत बुरी तरह पिछड़ता दिखाई दे रहा था लेकिन फिर इन दोनों ने 180 गेंदों पर 100 रन जोड़कर भारत को मुश्किल से निकाला।
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शार्दुल 115 गेंद में बेहतरीन 67 रन बनाकर आउट हुए। शार्दुल को पैट कमिंस ने बोल्ड किया। आउट होने से पहले उन्होंने अपनी बेहतरीन पारी में 9 चौके और दो बेहतरीन छक्का भी लगाया। वहीं बल्लेबाजी से पहले गेंदबाजी में भी शार्दुल ने शानदार खेल का प्रदर्शन किया और उन्होंने 24 ओवर में 94 रन खर्चकर कुल तीन विकेट लिए।
भारत के लिए सातवें विकेट के लिए जनवरी 2019 के बाद पहली शतकीय साझेदारी हुई है। इससे 2018-19 में ऋषभ पंत और रवींद्र जडेजा ने सिडनी में 204 रन जोड़े थे।
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ऑस्ट्रेलिया में सातवें विकेट के लिए शतकीय साझेदारी का इससे पहले का अगला रिकॉर्ड काफी पुराना है। 1947-48 में जब आजाद भारत की टीम पहली बार विदेशी दौरे पर ऑस्ट्रेलिया गई थी तब विजय हजारे और हेमू अधिकारी ने एडिलेड में 132 रन जोड़े थे।
इसके अलावा 1991-92 सीरीज में मोहम्मद अजहरुद्दीन और मनोज प्रभाकर ने सातवें विकेट के लिए 101 रनों की साझेदारी की थी।
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