नीलामी में मिलियन डॉलर बनी शेन वार्न की 'बैगी ग्रीन कैप', दान कर देंगे सारी रकम
मिलियन डॉलर बैगी ग्रीन कैप को बेचने के बाद वॉर्न की ख़ुशी का भी ठिकाना ना रहा। उन्होंने ट्वीटर पर सभी का शुक्रिया अदा भी किया।
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व दिग्गज स्पिन गेंदबाज शेन वॉर्न की बैगी ग्रीन कैप नीलामी में एक मिलियन ऑस्ट्रेलियन डॉलर में बिकी। इस तरह वो क्रिकेट इतिहास में बिकने वाली सबसे अनमोल व यादगार वस्तु बन गई है। वॉर्न ने अपनी कैप की नीलामी ऑस्ट्रेलिया के जंगलों में लगी आग से प्रभावित लोगों की मदद के लिए की थी। जिसके बाद इससे प्राप्त सारी धनराशी वो दान कर देंगे।
ऑस्ट्रेलिया के लिए टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले स्पिन गेंदबाज वॉर्न की बैगी ग्रीन कैप में नीलामी के दौरान दो लोग पीछे पड़ गए थे। जिसके चलते इसकी नीलामी बढती चली गई और अंत में वेबसाइट के मुताबिक सिडनी के 'एमसी' ने 'डब्लूसी' से बाजी जीतते हुए इस कैप को 1,007,500 मिलियन ऑस्ट्रेलियाई डॉलर में हासिल किया।
इस तरह मिलियन डॉलर बैगी ग्रीन कैप को बेचने के बाद वॉर्न की ख़ुशी का भी ठिकाना ना रहा। उन्होंने ट्वीटर पर सभी का शुक्रिया अदा भी किया। ट्वीट करते हुए वॉर्न ने लिखा, "नीलामी में भाग लेने वाले सभी लोगों का धन्यवाद! नीलामी जीतने वाले को बधाई देना चाहता हूँ। आपने अपनी उदारता के चलते मेरी उम्मीदों से परे जाकर नीलामी लगाई। ये पैसा सीधा जंगल में लगी आग के कारण राहत कार्यों में जाएगा। धन्यवाद!"
इतना ही नहीं नीलामी के दौरान जैसे ही शेन वार्न की बैगी ग्रीन कैप ने 425,000 ऑस्ट्रेलियन डॉलर की रकम को पार किया उसने क्रिकेट जगत में बिकने वाली सभी यादगार चीज़ों की कीमत को पछाड़ दिया। जिस कड़ी में वार्न की कैप ने ऑस्ट्रेलिया के सर डॉन ब्रैडमैन की 'बैगी ग्रीन कैप' की कीमत को पीछे छोड़ दिया। अभी तक क्रिकेट इतिहास में सबसे अधिक 425,000 ऑस्ट्रेलियन डॉलर में बिकने वाली ब्रैडमैन की कैप सबसे महंगी वस्तु थी।
पिछले सोमवार को जब ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के बीच सीरीज का अंतिम टेस्ट मैच खेला जा रहा था, उस समय शेन वॉर्न ने एलान किया था कि वो अपनी बैगी ग्रीन कैप को ऑस्ट्रेलिया के जंगलों में लगी आग से प्रभावित लोगों की मदद के लिए नीलाम कर देंगे। जिसके बाद से नीलामी की प्रक्रिया जारी थी।
बता दें की अपने 21 साल के लम्बे क्रिकेट करियर में शेन वॉर्न ने 145 टेस्ट मैच ऑस्ट्रेलिया के लिए खेलें जिसमें उन्होंने शानदार गेंदबाजी करते हुए 708 विकेट लिए। इस तरह टेस्ट क्रिकेट में सबसे अधिक विकेट लेने के मामले में मुथैया मुरलीधरन के 800 विकेट के बाद वो दूसरे स्थान पर आते हैं।