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Hindi News खेल क्रिकेट Samip Rajguru Blog : दक्षिण अफ्रीका में विराट कोहली लेंगे 'सचिन अवतार' !

Samip Rajguru Blog : दक्षिण अफ्रीका में विराट कोहली लेंगे 'सचिन अवतार' !

विराट कोहली एंड टीम के लिए सक्‍सेस का एक मंत्र संजय बांगड़ खोजकर लाए हैं और इसे उन्‍होंने सचिन तेंदुलकर की बल्‍लेबाजी के वीडियो को देखकर खोजा है।

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Samip Rajguru Blog :क्रिकेट की दुनिया में इस वक्त किसी बात पर सबसे ज्यादा चर्चा हो रही होगी तो वो ये कि क्या विराट की कप्तानी में जीतेगी टीम इंडिया? विराट समेत टीम इंडिया के धुरंधर बल्लेबाज किस तरह दक्षिण अफ्रीका के रफ्तार का सामना करेंगे? कैसे दक्षिण अफ्रीकी पिच पर विराट धूम मचाएंगे? लेकिन जरा ठहरिए विराट कोहली एंड टीम के लिए सक्‍सेस का एक मंत्र संजय बांगड़ खोजकर लाए हैं और इसे उन्‍होंने सचिन तेंदुलकर की बल्‍लेबाजी के वीडियो को देखकर खोजा है। क्रिकेट को मोहब्‍बत की तरह जीने वाले मास्‍टर ब्‍लास्‍ट सचिन तेंदुलकर टीम इंडिया के एक ऐसे बल्‍लेबाज रहे हैं जिनका प्रदर्शन दक्षिण अफ्रीका की स्विंग और स्‍पीड से भरपूर पिच पर शानदार रहा है। दक्षिण अफ्रीका में सचिन ने 15 टेस्ट में 46.44 की औसत से 1161 रन बनाए.. जिसमें 5 शतक और 3 अर्धशतक शामिल है।

केपटाउन मुकाबले से पहले टीम इंडिया की बल्लेबाजी प्रैक्टिस देखकर तो साफ हो गया है कि विराट कोहली पहले टेस्ट में स्पेशल प्लान के साथ उतरने वाले हैं। नैट्स प्रैक्टिस के दौरान बल्लेबाजी कोच संजय बांगड़ टीम इंडिया के बल्लेबाजों से 4 मीटर और 5 मीटर का खेल खेलते रहे। मतलब ये कि मुरली विजय, केएल राहुल, विराट कोहली के सामने बल्लेबाजी कोच पहली गेंद 4 मीटर दूर ..तो दूसरी गेंद 5 मीटर दूर डालते रहे। दरअसल बल्ले से 4 मीटर और 5 मीटर दूर गेंद डालने के पीछे संजय बांगड़ की रणनीति ये थी कि मुकाबले के दौरान टीम इंडिया के बल्लेबाज गेंद से अनावश्यक छेड़छाड़ ना करें। सचिन तेंदुलकर की तरह साउथ अफ्रीका में टीम इंडिया के बल्लेबाज गेंद को छोड़ना सीखें। वैसे इसके पीछे वजह भी साफ है- गेंद 4 मीटर दूर है..अगर वहां पर गेंद टप्पा खाती है तो बल्लेबाज ड्राइव कर सकते हैं। लेकिन गेंद अगर 5 मीटर दूर है...और वहां पर गेंद टप्पा खाती है तो आगे बढ़कर खेलना जरूरी है !

वैसे दक्षिण अफ्रीका में टीम इंडिया को इतिहास बदलने के लिए सिर्फ बल्लेबाजी के मोर्चे पर ही नहीं, फील्डिंग के मोर्चे पर भी अपने आप को दुरुस्त करना होगा। खासकर स्लीप में टीम इंडिया को मुस्तैदी दिखानी होगी। साल 2017 में भारत ने 11 टेस्ट खेले, इसमें 117 कैच पकड़े..जबकि 31 कैच गिराए। वहीं साउथ अफ्रीका ने 12 टेस्ट में 139 कैच पकड़े और सिर्फ 17 कैच टपकाए।

इसका मतलब ये हुआ कि सिर्फ रफ्तार को लेकर बल्लेबाजी के मोर्चे पर ही रणनीति बनाने और उसपर काम करने से काम नहीं चलेगा चलेगा। मैच जीतने के लिए दक्षिण अफ्रीका में कैच ड्रॉप पर भी अंकुश लगाना होगा...इस लिहाज से भी कि- 
-पिछले साल भारत ने औसतन 2.82 कैच हर टेस्ट में छोड़े हैं...
- खुद कप्तान विराट कोहली ने साल 2017 में सबसे ज्यादा कैच छोड़े। 
- विराट ने 10 टेस्ट में 10 कैच पकड़े, जबकि 7 कैच छोड़े।

कुल मिलाकर केपटाउन से जीत का खाता खोलने के लिए जरुरी है कि भारतीय बल्लेबाज अच्छी गेंद को छोड़ने और खराब गेंद पर जमकर रन बनाने की रणनीति पर अमल करें। साथ ही 'पकड़ो कैच. जीतो मैच' के मंत्र को भी आत्मसात कर लें।

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