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Hindi News खेल क्रिकेट टीम इंडिया में अपनी जगह को लेकर बोले साहा, 'पंत के होने से नहीं पड़ता कोई फर्क'

टीम इंडिया में अपनी जगह को लेकर बोले साहा, 'पंत के होने से नहीं पड़ता कोई फर्क'

ऑस्ट्रेलिया दौरे पर साहा ने अपने प्रदर्शन को लेकर भी खुल कर बात की और कहा कि एडिलेट टेस्ट में मैं प्लेइंग इलेवन का हिस्सा था। मुझे खेलने का मौका मिला लेकिन मैं अपने उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर पाया।

Wriddhiman Saha, Rishabh Pan, Wriddhiman Saha interview, Border-Gavaskar Trophy, Pat Cummins, india - India TV Hindi Image Source : GETTY Wriddhiman Saha

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज में 2-1 से ऐतिहासिक जीत के बाद भारतीय क्रिकेट टीम वापस अपने देश लौट चुकी है। यूएई में खेले गए इंडियन प्रीमियर लीग के बाद भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया दौरे पर गई थी। ऐसे में वापस लौटने के बाद कुछ खिलाड़ी 5 महीने बाद अपने परिवार से मिल पाए। हालांकि इस बीच उन्हें बहुत ही कम समय मिला है क्योंकि 5 फरवरी से इंग्लैंड के खिलाफ शुरू हो रहे टेस्ट सीरीज के लिए उन्हें अब खुद को तैयार करना होगा।

ऐसा ही एक खिलाड़ी भारतीय टीम के विकेटकीपर बल्लेबाज ऋद्धिमान साहा भी हैं जो पांच महीने के बाद अपने परिवार और बच्चों से मिलकर बेहद खुश हैं। 'हिंदुस्तान टाइम्स' के साथ एक खास बातचीत के दौरान साहा ने बताया कि लंबे समय तक अपने परिवार से दूर रहने पर इसका क्या असर पड़ता है और साथ ऑस्ट्रेलिया दौरे पर भारतीय टीम की ऐतिहासिक जीत के अपने अनुभव को भी साझा किया।

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टेस्ट सीरीज में भारतीय टीम की इस जीत पर साहा ने कहा, ''जिस तरह से चौथी पारी में हमें पुजारा और शुभमन गिल ने एक ठोस शुरुआत दिलाई वह आगे के बल्लेबाजों के लिए एक नीव की तरह काम किया। यही कारण है कि ऋषभ पंत ने खुलकर बल्लेबाजी की और हमने ब्रिसबेन में 32 सालों के बाद ऑस्ट्रेलिया को हराया।''

उन्होंने कहा, ''मेरा मानना है कि ब्रिसबेन टेस्ट में पुजारा ने जिस तरह से टिक कर बल्लेबाजी करते हुए ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाजों का हौसला तोड़ा वह हमारे लिए काफी महत्वपूर्ण रहा। इसके बाद अजिंक्य रहाणे की वह 24 रनों की पारी काफी महत्वपूर्ण रही।''

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ऑस्ट्रेलिया दौरे पर साहा ने अपने प्रदर्शन को लेकर भी खुल कर बात की और कहा कि एडिलेट टेस्ट में मैं प्लेइंग इलेवन का हिस्सा था। मुझे खेलने का मौका मिला लेकिन मैं अपने उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर पाया।

उन्होंने कहा, ''प्लेइंग में इलेवन में किसे शामिल करना है और किसे नहीं यह पूरी तरह से कप्तान और टीम मैनेजमेंट पर निर्भर करता है। मझे एडिलेड टेस्ट से ठीक पहले पता चला की मैं खेल रहा हूं। मेरा काम था कि मैं अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करुं लेकिन पेशेवर क्रिकेट में कभी-कभी ऐसा होता है कि हम जैसा करना चाहते हैं वह नहीं हो पाता है।''

इसके अलावा ऋषभ पंत को लेकर भी साहा ने अपनी बात रखी। जब उनसे पूछा गया कि पंत बेहतर बल्लेबाज हैं और विकेटकीपर, इस सवाल के जवाब में साहा ने कहा, ''यह सच है और आप इसे नकार नहीं सकते हैं। मैंने बचपन से ही सबसे पहले खुद को एक विकेटकीपर के रूप में पहले देखा है और बाद में मैंने बल्लेबाजी पर ध्यान दिया। मैं यह नहीं बता सकता कि पंत का इस पर क्या सोचना है लेकिन जब वह मैदान पर बल्लेबाजी करने उतरते हैं तो उनमें एक अलग तरह का आत्मविश्वास देखने को मिलता है और उन्हें अपने इस अंदाज से खेलने में काफी सफलता भी मिली है। बहरहाल जो भी हो यह मैनेजमेंट पर निर्भर करता है कि वह टीम में एक अतिरिक्त बल्लेबाज को खिलाते हैं या फिर एक विकेटकीपर को।''

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टेस्ट टीम में पंत ने जिस तरह से ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मैच विनिंग पारी खेली उससे अब यह कयास लगाए जा रहे हैं कि साहा को टीम में अपनी जगह बनाए रखने में काफी मुश्किल होगी। इस पर उन्होंने कहा, ''टीम में किसे जगह मिलेगी और किसे नहीं इस बात का फैसला मैनेजमेंट का होता है ईमानदारी से कहूं तो मुझे इसे लेकर पंत से किसी तरह की कई समस्या नहीं है और उसे भी नहीं होना चाहिए।''

साहा ने कहा, ''मैं हमेशा चाहता हूं वह अच्छा खेलें आखिर में में हम दोनों का मकसद एक ही होता है टीम इंडिया की जीत। ऐसे में मुझे पंत के साथ किसी तरह की कोई समस्या नहीं है।''

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