VIDEO: आज ही के दिन आखिरी बार मैदान पर उतरे थे सचिन तेंदुलकर, फेयरवेल स्पीच सुनकर साथ रोया था हिंदुस्तान
खेलों के इतिहास में किसी भी खिलाड़ी को इतना ग्रैंड फेयरवेल नहीं मिला और ना ही किसी खिलाड़ी को करोड़ों फैंस ने दीवनों की तरह चाहा।
नई दिल्ली: 16 नवंबर ये वो तारीख थी जब 2013 में मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर आखिरी बार मैदान पर उतरे थे। खेलों के इतिहास में किसी भी खिलाड़ी को इतना ग्रैंड फेयरवेल नहीं मिला और ना ही किसी खिलाड़ी को करोड़ों फैंस ने दीवनों की तरह चाहा। सचिन के आखिरी मैच का वो नजारा कभी ना भूलने वाला था। हजारों आखें नम... भारी मन से अपने हीरो को विदा होते देखते लोग... ये नजारा तो सिर्फ वानखेड़े स्टेडियम का नहीं था, इसके बाहर भी उनके करोंड़ों चाहनेवालों का हाल कुछ ऐसा ही था।
5 फुट 5 इंच के इस खिलाड़ी का कद क्रिकेट की दुनिया में सबसे उंचा है। सचिन ऐसे खिलाड़ी हैं, जिन्होंने क्रिकेट को जितना कुछ दिया उससे कहीं ज्यादा पाया। सचिन ने अपने आखिरी मैच में 74 रन की पारी खेली। जो उनके फैंस के लिए हर शतक से बढ़कर थी। इसके बाद जब सचिन ने अपने 24 साल की यादों को शब्दों में पिरोया। वो पल सबसे भावुक था। सचिन ने अपने पिता से शुरुआत करते हुए। अपने फैंस के धन्यवाद के साथ अपने शब्दों को विराम दिया।
सचिन लगभग 20 मिनट तक बोले लेकिन इस बीच उन्होंने एक बार भी उस कागज की तरफ नहीं देखा क्योंकि वो जो भी बोल रहे थे वो सब उनके दिल से निकल रहा था। मास्टर ने कुछ ऐसे शुरुआत की ''मेरे 24 साल का ये सफर 22 यार्ड्स के बीच घुमता है... मुझे खुद विश्वास नहीं हो रहा कि ये सफर थम गया है। इस मौके पर सचिन ने सबसे पहले अपने पिता को याद किया और उन्हें अपनी जिंदगी का सबसे इंपोर्टेंट इंसान बताया। इसके बाद सचिन ने अपनी मां का धन्यवाद किया। इसके अलावा उनके सपनों को उनके साथ जीने वाले बड़े भाई अजीत का भी तहे दिल से शुक्रिया किया।
हमेशा से सचिन का साथ का देने वाली अंजलि को वो कैसे भूल सकते थे। सचिन ने कहा कि उनकी जिंदगी की सबसे खूबसूरत पॉर्ट्नरशिप अंजिल के साथ है। ये सुनते ही अंजलि भी खुद का रोक नहीं पाई और उनका चमकते हुए चेहरे पर भी विदाई का गम साफ देखा जा सकता था। इसके साथ ही मास्टर ने अपने करोड़ों चाहने वालों का भी शुक्रिया अदा किया। जिन्होंने सचिन के लिए क्रिकेट को जिया है। सचिन के आखिरी शब्द थे कि वो सचिन सचिन इस गूंज को आखिरी सांस तक नहीं भूलेंगे। बस फिर क्या था सचिन की इस बात ने सभी की आंखें नम कर दी।''