सचिन ने याद किया टेस्ट क्रिकेट में अपना ‘बेस्ट सेशन’, जानिए किस तरह स्टेन और मोर्केल ने बिछाया था जाल
बीसीसीआई ने एक वीडियो पोस्ट किया है और इसे 'लॉकडाउन डायरी' का नाम दिया है। इस वीडियो में सचिन तेंदुलकर ने गेंदबाज ग्लेन मैकग्रा, डेल स्टेन और मोर्ने मोर्केल के बारे में दिलचस्प खुलासे किए हैं।
कोरोना महामारी के कारण सभी खेल गतिविधियाँ ठप्प पड़ी हुई हैं। जिसके चलते सभी खिलाड़ी घर से सोशल मीडिया के जरिये फैंस से रूबरू हो रहे हैं। इसी कड़ी में क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर का नाम भी जुड़ गया है। जिनका एक वीडियो बीसीसीआई ने पोस्ट किया और इसे 'लॉकडाउन डायरी' का नाम दिया है। इस वीडियो में सचिन तेंदुलकर ने गेंदबाज ग्लेन मैकग्रा, डेल स्टेन और मोर्ने मोर्केल के साथ टेस्ट क्रिकेट में अपने बेस्ट सेशन के बारे में बताया ।
स्टार स्पोर्ट्स के शो क्रिकेट कनेक्टेड में सचिन ने 1999 में एडीलेड में खेले गए पहेल टेस्ट मैच के बारे में ग्लेन मैकग्रा को लेकर एक दिलचस्प खुलसा किया। सचिन ने कहा, “1999, एडिलेड में पहले टेस्ट मैच के अंतिम सेशन में बल्लेबाजी कर रहा था और मुश्किल से 40 मिनट दिन के बचे थे और ग्लेन मैकग्रा आए उन्होंने पांच या छह मेडन ओवर डाले। उनकी रणनीति मुझे निराश करने वाली थी लेकिन मैंने संयम का सहारा लेते हुए 70% बाहर जाती गेंदों को नहीं छेड़ा।"
इसके बाद सचिन ने आगे कहा, “ अगले दिन एक नई शुरुआत थी उस समय मैं और मैकग्रा बराबरी के स्तर पर थे तब मैंने आते ही मैकग्रा के ओवर में दो से तीन चौके मारे। इस तरह मैंने मैकग्रा के खिलाफ अपने संयम को बनाए रख उनका सामना किया।"
इसके बाद सचिन ने अपने करियर के दूसरे बेस्ट इवेंट के बारे में बताया, जब टीम इंडिया ने 2010-11 में साउथ अफ्रीका का दौरा किया था। उस समय उनकी टीम में डेल स्टेंन और मोर्ने मोर्केल दो धाकड़ तेज गेंदबाज थे। ऐसे में केप टाउन टेस्ट के बारे में सचिन ने कहा, “केप टाउन में मैं और गौतम गंभीर बल्लेबाजी कर रहे थे। स्टेन और मोर्केल गेंदबाजी कर रहे थे। उस समय लगभग 58 मिनट तक हम लोग स्ट्राइक भी रोटेट नहीं कर पा रहे थे। या तो हम चौका मार रहे थे या दो रन ले रहे थे।"
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सचिन ने आगे कहा, “ उनकी फील्डिंग काफी आक्रामक थी। एक भी गेंद ऐसी नहीं डाल रहे थे की हम फाइन लेग की तरफ धकेल सिंगल ले सके। इस कारण हम चौका मार रहे थे या दो रन ले पा रहे थे। ऐसे हमने कठिन समय को टेस्ट मैच में निकाला और अच्छी पार्टनरशिप लगाई। इस तरह ये मेरे करियर का टेस्ट क्रिकेट में बेस्ट सेशन है जिसे मैं भुला नहीं सकता हूँ।”
बता दें कि इस मैच में तेंदुलकर ने 146 जबकि गौतम गंभीर शतक मारने से चूक गए थे और मैच के साथ साउथ अफ्रीका के खिलाफ सीरीज भी 1-1 से ड्रा हो गई थी।
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