रोहित शर्मा! इंग्लैंड में देर आए, दुरुस्त आए
इंग्लैंड में रोहित का रिकॉर्ड शानदार रहा है जिस वजह से उम्मीद जताई जा रही थी कि वह इंग्लिश सरजमीं पर अपने टेस्ट करियर का पहला विदेशी शतक जड़ेंगे।
विदेशी दौरा हो और रोहित शर्मा की बल्लेबाजी पर सवाल ना उठे ऐसा हो ही नहीं सकता। टीम इंडिया के सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा को फ्लैट पिच का बादशाह कहा जाता है। क्रिकेट के पंडित कहते हैं कि रोहित को अगर फ्लैट ट्रैक मिल जाए तो मौजूदा क्रिकेटरों में उनसे बेहतर कोई खिलाड़ी नहीं है, मगर जहां बात स्विंगिंग कंडीशन की आती है तो रोहित जूझते हुए दिखाई देते हैं।
रोहित शर्मा 2019 में पहली बार टेस्ट क्रिकेट में बतौर ओपनर उतरे। साउथ अफ्रीका के खिलाफ बतौर सलामी बल्लेबाज डेब्यू करते हुए रोहित ने दोनों पारियों में शतक (176 & 127) जड़े। इसके बाद उन्होंने इसी टीम के खिलाफ रांची टेस्ट में अपना पहला टेस्ट दोहरा शतक (212) भी जड़ा। रोहित के शानदार प्रदर्शन की हर जगह तारीफ हो रही थी, लेकिन एक सवाल था जो नहीं बदला था। वो था भारत में तो रन बना लिए, विदेशी सरजमीं पर क्या होगा?
बतौर सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा ने पहला दौरा ऑस्ट्रेलिया का खेला। आईपीएल में चोटिल होने के बाद रोहित को पहले दो टेस्ट मिस करने पड़े और अंतिम दो मुकाबलों में उन्हें मौका मिला। रोहित ने यहां 26, 52, 44 और 7 रन बनाए। रोहित भले ही शतक नहीं बना पाए, लेकिन वह इस दौरान परिपक्व दिखाई दे रहे थे।
रोहित ने ऑस्ट्रेलिया से लौटने के बाद इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में 1 शतक के साथ 345 रन बनाए, वह उस टेस्ट सीरीज में जो रूट के बाद दूसरे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज थे। आखिरी तीन मैचों में पिच में स्पिनरों के लिए काफी मदद थी और इस पर बल्लेबाजी करना कठिन था। रोहित ने इस टर्निंग पिच पर भी रन बनाए, लेकिन आलोचकों का कहना वही था कि भारत में तो रन बना लिए विदेश में क्या होगा?
अब आया इंग्लैंड दौरा। इंग्लिश परिस्थितियों की बात करें तो यहां बॉल पूरे दिन ही स्विंग करती है और अगर मैदान पर बादल आ जाए तो गेंदबाजों के वारे-न्यारे हो जाते और बल्लेबाजों की शामत आ जाती है। वहीं, ऑस्ट्रेलिया में 20-25 ओवर बाद गेंद स्विंग होना बंद हो जाती है। इस वजह से रोहित के लिए यह दौरा किसी अग्नि परीक्षा से कम नहीं था। इंग्लैंड में रोहित का रिकॉर्ड शानदार रहा है जिस वजह से उम्मीद जताई जा रही थी कि वह इंग्लिश सरजमीं पर अपने टेस्ट करियर का पहला विदेशी शतक जड़ेंगे।
रोहित के हालिया इंग्लैंड दौरों की बात करें तो 2017 चैंपियंस ट्रॉफी में उनका औसत 76 का था, वहीं 2018 में वनडे और टी20 उनका औसत 77 और 68.50 का रहा था। विश्वकप में तो रोहित ने कमाल ही कर दिया। उन्होंने 81 की लाजवाब औसत से 648 रन बनाए थे और वह टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज थे।
यह सभी रिकॉर्ड रोहित के लिमिडेट ओवर क्रिकेट के थे, लेकिन अब उनको यहां टेस्ट क्रिकेट में कमाल करके दिखाना था।
मेजबान इंग्लैंड से पहले भारत को न्यूजीलैंड के खिलाफ वर्ल्ड टेस्ट चैंपिनशिप का फाइनल मुकाबला खेलना था। रोहित ने न्यूजीलैंड के खिलाफ पहली पारी में 68 गेंदों पर 34 और दूसरी पारी में 81 गेंदों पर 30 रन बनाए। दोनों ही पारियों में रोहित को अच्छी शुरुआत तो मिली, लेकिन वह इसे बड़े स्कोर में बदलने में नाकामयाब रहे और विदेशी सरजमीं पर शतक का सूखा जारी रहा।
इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में भारत को जिस तरह की शुरुआत की जरूरत थी वो रोहित शर्मा ने केएल राहुल के साथ मिलकर दी। दोनों खिलाड़ियों ने शुरुआत में धैर्य दिखाते हुए ज्यादा से ज्यादा गेंदों का सामना किया ताकी गेंद पुरानी हो सके। सलामी बल्लेबाजों की यह रणनीति काम आई और टीम मेजबानों को धूल चटाने में कामयाब रही।
रोहित ने पहले टेस्ट (36 & 12*) में 48 रन बनाए, वहीं दूसरे टेस्ट (83 & 21) में 104 रन जोड़ने में कामयाब रहे। जब रोहित ने पहली पारी में 83 रन बनाकर खेल रहे थे तो लग रहा था कि इस बार वह विदेशी सरजमीं पर शतक का सूखा खत्म करने में कामयाब रहेंगे, लेकिन इंग्लिश गेंदबाजों ने उनकी ताकत पर वार किया और पुल शॉट पर उनका विकेट झटका। तीसरे टेस्ट में रोहित ने 19 और 59 रन की पारी खेली थी। इस बार भी वह अर्धशतक बनाने में कामयाब रहे थे।
ओवल टेस्ट में आकर रोहित शर्मा के शतक के सूखे का इंतजार खत्म हुआ। पहली पारी में 11 रन पर आउट होने के बाद रोहित ने 127 रन की पारी खेली। इस लाजवाब इनिंग से रोहित ने विदेशी सरजमीं पर शतक के सूखे को खत्म करते हुए आलोचकों को मुंहतोड़ जवाब देने के साथ-साथ भारत को ऐतिहासिक जीत भी दिलाई।
रोहित का बैटिंग औसत इंग्लैंड में अब भारत से बेहतर हो गया है। सभी फॉर्मेट में मिलकर रोहित ने इंग्लिश सरजमीं पर 54.47 की औसत से रन बनाए हैं, वहीं भारत में उनका औसत 54.37 का है।
Span | Mat | Inns | NO | Runs | HS | Ave | BF | SR | 100 | 50 | 0 | 4s | 6s | |
in England | 2009-2021 | 39 | 45 | 7 | 2070 | 140 | 54.47 | 2797 | 74 | 9 | 9 | 1 | 219 | 40 |
in India | 2007-2021 | 126 | 133 | 17 | 6307 | 264 | 54.37 | 6851 | 92.05 | 21 | 25 | 3 | 634 | 208 |
in Australia | 2008-2021 | 46 | 51 | 6 | 1917 | 171* | 42.6 | 2460 | 77.92 | 5 | 9 | 5 | 165 | 50 |
वहीं, SENA देशों की बात करें तो इसमें भी रोहित का इंग्लैंड में औसत सबसे अधिक रहा है।
Span | Mat | Inns | NO | Runs | HS | Ave | BF | SR | 100 | 50 | 0 | 4s | 6s | |
in England | 2009-2021 | 39 | 45 | 7 | 2070 | 140 | 54.47 | 2797 | 74 | 9 | 9 | 1 | 219 | 40 |
in Australia | 2008-2021 | 46 | 51 | 6 | 1917 | 171* | 42.6 | 2460 | 77.92 | 5 | 9 | 5 | 165 | 50 |
in New Zealand | 2009-2020 | 24 | 25 | 3 | 795 | 87 | 36.13 | 1044 | 76.14 | 0 | 8 | 1 | 59 | 31 |
in South Africa | 2007-2018 | 27 | 28 | 3 | 552 | 115 | 22.08 | 779 | 70.86 | 1 | 2 | 3 | 59 | 16 |