रोजर फेडरर को है बडे टूर्नामेंट में प्रतिस्पर्धी मैच के साथ विदाई की उम्मीद
फेडरर ने बुधवार को कहा था कि घुटने की सर्जरी के कारण अगले साल जून में विम्बलडन तक वापसी की उम्मीद बेहद कम है।
दुनिया के पूर्व नंबर एक टेनिस खिलाड़ी रोजर फेडरर को यह बात अच्छी तरह से पता है कि उनका करियर आखिरी पड़ाव पर है लेकिन वह किसी बड़े टूर्नामेंट में टेनिस कोर्ट (प्रतिस्पर्धी मैच) पर उतर कर इस खेल को अलविदा कहना चाहते है। फेडरर ने बुधवार को कहा था कि घुटने की सर्जरी के कारण अगले साल जून में विम्बलडन तक वापसी की उम्मीद बेहद कम है।
फेडरर के लिए हालांकि इस उम्र में वापसी करना काफी मुश्किल होगा लेकिन उन्होंने कहा कि वह कोशिश करेंगे। इस दिग्गज खिलाड़ी ने ‘ट्रिब्यून डि जिनीवे’ दैनिक को दिए साक्षात्कार में कहा, ‘‘ मुझे पता है कि अंत (खेल को अलविदा कहना) निकट है, पर मैं कुछ और बड़े मैच खेलने की कोशिश करना चाहता हूं। यह आसान नहीं होगा, लेकिन मैं कोशिश करना चाहता हूं।’’
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उन्होंने कहा, ‘‘ मेरे लिए यह स्पष्ट है कि अगर मैं एक और ग्रैंड स्लैम फाइनल नहीं खेलता तो मेरे जीवन पर कोई असर नहीं पड़ेगा। लेकिन वहां तक पहुंचना मेरा आखिरी सपना होगा।’’ फेडरर ने कहा, ‘‘ मैं आखिरी बार परखना चाहता हूं कि मैं एक पेशेवर टेनिस खिलाड़ी के रूप में क्या करने में सक्षम हूं।’’
फेडरर के नाम 20 ग्रैंड स्लैम एकल खिताब है। पुरुष वर्ग में उनके अलावा नोवाक जोकोविच और रफेल नडाल ने इतने खिताब जीते है।
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फेडरर ने कहा, ‘‘ हर खिलाड़ी चाहता है कि वह टेनिस कोर्ट पर मैच के साथ विदाई ले।’’ फेडरर का लक्ष्य जनवरी में जॉगिंग (धीमी दौड़) और फिर उसके दो-तीन महीने बार टेनिस अभ्यास शुरू करना है।
लंबे समय से उनके प्रतिद्वंद्वी रहे जोकोविच ने तूरिन में एटीपी फाइनल्स के दौरान इस बारे में पूछे जाने पर कहा, ‘‘ मुझे यकीन है कि वह अपना करियर इस तरह खत्म नहीं करना चाहते। मुझे लगता है कि वह निश्चित रूप से वापसी के लिए एक और कोशिश करेंगे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ उन्होंने इस खेल के लिए जो कुछ भी हासिल किया है, उसके लिए वह खेलने और उचित विदाई पाने का हकदार है।’’