सिर पर छत नहीं, मां गुरुद्वारे में सेवादार, फिर भी बना धोनी जैसा क्रिकेटर
एक शेर है-''है कहां तमन्ना का दूसरा क़दम या रब, हमने दश्त-ए-इम्कां को इक नक़्श-ए-पा पाया.'' ग़ालिब ने सही ही कहा है अगर हिम्मत हो तो संभावनाओं का जंगल (दश्त-ए-इम्कां) एक क़दम बढ़ाते ही पैरों के नीचे आ जाता है.
एक शेर है-''है कहां तमन्ना का दूसरा क़दम या रब, हमने दश्त-ए-इम्कां को इक नक़्श-ए-पा पाया.'' ग़ालिब ने सही ही कहा है अगर हिम्मत हो तो संभावनाओं का जंगल (दश्त-ए-इम्कां) एक क़दम बढ़ाते ही पैरों के नीचे आ जाता है. ऐसा ही कुछ एक ऐसे क्रिकेटर के साथ हुआ जिसने बेहद मुफ़लिसी में रहते हुए सपना देखा और आज उसकी तुलना किसी छोटो-मोटे खिलाड़ी से नहीं बल्कि सुपरस्टार धोनी से की जाती है.
हम बात कर रहे हैं ऋषभ पंत की. ऋषभ रुड़की जैसे छोटे शहर में रहते थे और शौक़ था क्रिकेट. परिवार वालों ने भी उनका साथ दिया लेकिन ग़रीबी और ग़ुरबत का ये आलम था कि ये सपना पूरा करने के लिए दिल्ली आना पड़ता और जैब में पैसे नहीं थे. ऋषभ का परिवार उन्हें दिल्ली क्रिकेट की टॉप एकेडमी में भर्ती कराना चाहता था लेकिन ग़रीबी आड़े आ रही थी. बहरहाल, ऋषभ और उनकी मां दिल्ली आ गए और चूंकि न तो पैसा था और न ही रहने का ठिकाना, इसलिए वे मोती बाग़ के एक गुरुद्वारे में रहने लगे जहां ऋषभ की मां सेवा करने लगी. इस बीच ऋषभ के पिता ने 6-7 साल बाद ऋषभ को कोच देवेंद्र शर्मा से मिलाया.
बेटा जहां पिता के सपनों को पूरा करने में जी-जान से जुटा था, वहीं मां गुरुद्वारे में सेवा किया करती थी। उसी दौर में पंत ने एक अंडर-12 टूर्नामेंट में तीन शानदार शतक जड़े और प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट का ख़िताब जीता. इसके बाद जल्द ही उन्हें दिल्ली कैंट के एयरफोर्स स्कूल में दाखिला मिल गया। फिर ऋषभ ने पीछे मुछ़कर नहीं देखा। अंडर-19 वर्ल्ड कप 2016 में नेपाल के खिलाफ 18 गेंदों में हॉफ सेंचुरी जड़कर नया रिकॉर्ड बना दिया था। इसी प्रतियोगिता में पंत ने नामीबिया के खिलाफ शतक जड़कर टीम इंडिया को सेमीफाइनल में पहुंचाया. उसी दिन इंडियन प्रीमियार लीग में पंत को दिल्ली डेयरडेविल्स ने 1.9 करोड़ रुपए में ख़रीद लिया। बेहद आक्रामक अंदाज में बल्लेबाजी करने वाले ऋषभ ने 2016-17 क्रिकेट सत्र में झारखंड के खिलाफ 48 गेंदों में शतक जड़कर तहलका मचा दिया था। उन्होंने रणजी ट्रॉफी में महाराष्ट्र के खिलाफ तिहरा शतक भी जड़ा था। पंत ने 10 प्रथम श्रेणी मैचों की 16 पारियों में 1080 रन बनाए, इसमें 4 शतक और 3 अर्द्धशतक शामिल हैं।
ऋषभ ने अब तक सिर्फ़ दो ही अंतर्राष्ट्रीय मैच खेले हैं लेकिन आईपीएल में उनका प्रदर्शन इतना ज़ोरदार रहा कि अब उनकी तुलना महेंद्र सिंह धोनी से की जा रही है. दिल्ली डेयरडेविल्स की ओर से खेलने वाले पंत ने 24 आईपीएल मैचों में 2 बार नॉआउट रहते हुए 151.21 की स्ट्राइक के साथ 564 रन बनाए हैं। इस दौरान उन्होंने सर्वश्रेष्ठ 97 रन समेत 3 अर्धशतक भी जड़े हैं।