कप्तान विराट कोहली ने बुधवार को कोच रवि शास्त्री की भारतीय टीम में उनके योगदान के लिए जमकर तारीफ की। कोहली को लगता है कि वर्षों से विभिन्न भूमिकाओं में खेल के साथ समय बिताना शास्त्री को खेल को बेहतर समझने में मदद करता है। उन्होंने अपना काम आसान करने के लिये कोच रवि शास्त्री को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा,‘‘2014 के बाद से उन्होंने मुझे हमेशा ईमानदारी से फीडबैक दिया है कि कब सुधार की जरूरत है।’’
ऑस्ट्रेलिया दौरे पर जाने से पहले कोहली ने इस धारणा को खारिज किया था कि शास्त्री उनकी हां में हां मिलाते हैं। उन्होंने कहा,‘‘शास्त्री ने इतनी कमेंट्री की है और खेल को इतना देखा या खेला है कि मैच देखकर ही उन्हें पता चल जाता है कि किस दिशा में खेल जा रहा है। उनसे फीडबैक लेने से काफी मदद मिलती है। उन्होंने कभी कप्तानी के अनुकूल ढालने के लिये मुझे बदलने की कोशिश नहीं की।’’
हाल ही में 30 वर्षीय कोहली ने भारतीय टीम को ऑस्ट्रेलियाई धरती पर अपनी पहली टेस्ट सीरीज जीत का नेतृत्व किया। कोहली ने भविष्य के लिए अपना दृष्टिकोण निर्धारित किया है और वे चाहते हैं कि उनका राष्ट्र खेल के सबसे लंबे प्रारूप में एक महाशक्ति बने। कोहली ने कहा, "मैं इसे कोई गोल नहीं कहूंगा, लेकिन मैं एक विजन की बात करूंगा, जो भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट में महाशक्ति बनने या आने वाले वर्षों में टेस्ट क्रिकेट में बहुत मजबूत पक्ष बनाएगा।"
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