रणजी ट्रॉफी ग्रुप ए: हैदराबाद के खिलाफ बड़ी जीत की दहलीज पर दिल्ली
ईशांत शर्मा और सिमरजीत सिंह की शानदार गेंदबाजी के दम पर दिल्ली ने रणजी ट्राफी ग्रुप ए में हैदराबाद के खिलाफ पारी से जीत की दहलीज पर कदम रख दिया।
नई दिल्ली। ईशांत शर्मा और सिमरजीत सिंह की शानदार गेंदबाजी के दम पर दिल्ली ने रणजी ट्राफी ग्रुप ए में हैदराबाद के खिलाफ पारी से जीत की दहलीज पर कदम रख दिया। पहली पारी में 284 रन बनाने के बाद दिल्ली ने हैदराबाद को 29 ओवर में 69 रन पर आउट कर दिया।
ईशांत ने 10 ओवर में 19 रन देकर और सिमरजीत ने 10 ओवर में 23 रन देकर चार-चार विकेट लिये। बायें हाथ के तेज गेंदबाज पवन सुयाल को दो विकेट मिले। सूर्यग्रहण के कारण दूसरे दिन आज पूरे समय का खेल नहीं हुआ। फालोआन खेलते हुए हैदराबाद ने दूसरी पारी के दो विकेट 20 रन पर गंवा दिये थे। दोनों विकेट हरफनमौला कुंवर बिधुड़ी ने लिये।
हैदराबाद को पारी की हार से बचने के लिये 185 रन और बनाने है। इससे पहले दिल्ली ने आखिरी चार विकेट 15 रन के भीतर गंवा दिये। शिखर धवन (140) आउट होने वाले आठवें बल्लेबाज रहे। तेज गेंदबाज एम रवि किरण ने आज चारों विकेट लिये।
वहीं कोलकाता में आंध्र के खिलाफ रणजी ट्राफी ग्रुप ए मैच के दूसरे दिन खराब रोशनी के कारण खेल रोके जाने तक बंगाल की टीम 289 रन पर आउट हो गई। बंगाल की पारी 104 ओवर तक चली लेकिन इसमें तीन बार बाधा आई। खराब रोशनी के कारण जब खेल रोका गया तब आंध्र ने अपनी पहली पारी भी शुरू नहीं की थी। दूसरे दिन 101 मिनट का खेल ही हो सका जिसमें 21 ओवर फेंके गए। बंगाल ने बाकी छह विकेट 48 रन के भीतर गंवा दिये। सुबह मेजबान टीम ने चार विकेट पर 241 रन से आगे खेलना शुरू किया था।
बायें हाथ के सलामी बल्लेबाज अभिषेक रमन दूसरी गेंद पर आउट हो गए जो अपने कल के स्कोर में दो रन ही जोड़ सके थे। तेज गेंदबाज शाहबाज अहमद ने 78 रन देकर चार विकेट लिये । सूर्यग्रहण के कारण मैच दो घंटे देर से शुरू हुआ और लंच ब्रेक 11.48 तक चला।
बंगाल ने आखिरी चार विकेट नौ रन के भीतर गंवा दिये। सूरत में 268 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए केरल ने दूसरी पारी में बिना किसी नुकसान के 26 रन बना लिये थे। गुजरात के 127 रन के जवाब में केरल की पहली पारी 70 रन पर सिमट गई थी। गुजरात ने दूसरी पारी में 210 रन बनाये थे। नागपुर में विदर्भ और पंजाब के बीच दूसरे दिन का खेल नहीं हो सका। विदर्भ ने पहले दिन छह विकेट पर 196 रन बना लिये थे।