रणजी ट्रॉफी 2018-19 में सौराष्ट्र की टीम ने टूर्नामेंट के इतिहास का सबसे बड़ा लक्ष्य हासिल कर इतिहास रच दिया। रणजी ट्रॉफी 2018-19 में खेले गए दूसरे क्वार्टर फाइनल मुकाबले में सौराष्ट्र की टीम ने 372 रनों के लक्ष्य का पीछा कर लिया जो कि टूर्नामेंट के अब तक के इतिहास का सबसे बड़े लक्ष्य का पीछा करने का रिकॉर्ड है। सौराष्ट्र की टीम ने ये उपलब्धि उत्तर प्रदेश के खिलाफ खेले गए मुकाबले में हासिल की। उत्तर प्रदेश ने दूसरे क्वार्टर फाइनल में सौराष्ट्र के सामने जीत के लिए 372 रनों का लक्ष्य रखा था जिसे टीम ने 4 विकेट खोकर ही हासिल कर लिया।
लक्ष्य का पीछा करने उतरी सौराष्ट्र की टीम को हार्विक देसाई और स्नेल पटेल ने गजब की शुरुआत दिलाई। दोनों बल्लेबाजों ने पहले विकेट के लिए 132 रन जोड़े। इस दौरान दोनों ने अपने-अपने अर्धशतक भी पूरे किए। हालांकि इसी स्कोर पर टीम को पहला झटका लगा और पटेल (72) रन बनाकर आउट हो गए।
देसाई को विश्वराजसिंह जडेजा का अच्छा साथ मिला और दोनों ने स्कोर को लगातार आगे बढ़ाया। हालांकि 187 रन के कुल योग पर जडेजा (35) दूसरे विकेट के रूप में आउट हो गए। लेकिन यूपी की टीम लगातार विकेट लेने में नाकाम रही और देसाई ने अपना शतक पूरा कर लिया। सौराष्ट्र की टीम लगातार स्कोर के करीब पहुंच रही थी कि तभी मकवाना (7) और देसाई (116) के विकेटों ने यूपी की उम्मीदों को जिंदा कर दिया।
लेकिन टीम इंडिया के सुपरस्टार चेतेश्वर पुजारा ने शानदार बल्लेबाजी की और उन्हें शेल्डन जैक्शन का अच्छा साथ मिला। दोनों बल्लेबाजों ने अपनी टीम को कोई और झटका नहीं लगने दिया और मुकाबले को 6 विकेट से अपने नाम कर लिया। पुजारा (67) और जैक्शन (73) पर नाबाद रहे।
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