लंदन। इंग्लैंड की तरफ से खेलने वाली पहली महिला अश्वेत क्रिकेटर इबोनी रेनफोर्ड ब्रेंट को लगता है कि फुटबॉल की तुलना में महिला क्रिकेट में विविधता की कमी है। रेनफोर्ड ब्रेट सर्रे की महिला क्रिकेट की निदेशक भी हैं और उन्होंने अल्पसंख्यकों की भागीदारी बढ़ाने के लिये छात्रवृत्ति कार्यक्रम भी शुरू किया है।
सर्रे ने शुरू में 12 छात्रवृत्तियों से शुरुआत की है और अगर इसमें लोग दिलचस्पी दिखाते हैं तो इसे बढ़ाया जा सकता है। इंग्लैंड महिला क्रिकेट की तरफ से अभी तक अश्वेत और एशियाई मूल की चार खिलाड़ी ही खेली हैं। रेनफोर्ड ब्रेंट के अलावा इनमें ईशा गुहा, सोनिया ओडेड्रा और सोफिया डंकले शामिल हैं।
रेनफोर्ड ब्रेंट ने कहा, ‘‘जब मैं तमाम मुश्किलों के बावजूद फुटबॉल के बारे में सुनती हूं तो मुझे ईर्ष्या होती है क्योंकि वहां सभी वर्गों की भागीदारी है। जहां तक महिला क्रिकेट की बात है तो इसमें वास्तव में विविधता नहीं है।’’
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