रैना ने चयनकर्ताओं पर लगाये थे गंभीर आरोप, अब MSK प्रसाद ने दिया ये जवाब
भारतीय क्रिकेटर सुरेश रैना लंबे समय से टीम इंडिया से बाहर चल रहे हैं। यही नहीं, कोरोना वायरस महामारी के कारण आईपीएल अनिश्चितकाल के लिए स्थगित होने से मैदान पर रैना की वापसी का इंतजार और भी ज्यादा बढ़ गया है।
भारतीय क्रिकेटर सुरेश रैना लंबे समय से टीम इंडिया से बाहर चल रहे हैं। यही नहीं, कोरोना वायरस महामारी के कारण आईपीएल अनिश्चितकाल के लिए स्थगित होने से मैदान पर रैना की वापसी का इंतजार और भी ज्यादा बढ़ गया है। कोरोना के चलते पूरी दुनिया में क्रिकेट बंद है और रैना भी सभी क्रिकेटर की तरह अपने घरों में कैद हैं। लॉकडाउन की इस घड़ी में रैना साथी खिलाड़ी और फैंस से बात करने के लिए सोशल मीडिया का सहारा ले रहे हैं।
इसी तरह की बातचीत में रैना ने हाल ही में चयनकर्ताओं पर निशाना साधते हुए एक बड़ा खुलासा किया था। सुरेश रैना ने चयनकर्ताओं पर सीनियर खिलाड़ियों को नजरअंदाज करने का आरोप लगाते हुए कहा कि भारतीय चयनकर्ता उन खिलाड़ियों से बात करना जरूरी नहीं समझते जो टीम से बाहर हैं। उन्होंने आगे कहा, "भारतीय चयनकर्ता सीनियर खिलाड़ियों को लेकर गैर-जिम्मेदार हैं। मेरे और युवी के यो-यो टेस्ट पास करने के बावजूद हमें नहीं बताया गया कि हम कहां गलत हैं या हमें और क्या करने की जरूरत है। मुझे लगता है कि चयनकर्ताओं को सीनियर खिलाड़ियों के प्रति अधिक जिम्मेदारी लेनी चाहिए थी।"
रैना के इस आरोप पर अब राष्ट्रीय चयन समिति के पूर्व प्रमुख एमएसके प्रसाद ने सफाई दी है। प्रसाद ने कहा कि 2018 -19 के घरेलू सत्र में उनका फार्म वापसी लायक नहीं थी। प्रसाद ने कहा,‘‘वीवीएस लक्ष्मण को 1999 में भारतीय टेस्ट टीम से बाहर किया गया था जिसके बाद उन्होंने घरेलू क्रिकेट में 1400 रन बनाये। सीनियर खिलाड़ियों से यही उम्मीद की जाती है।’’ रैना ने 2018 -19 के घरेलू सत्र में पांच रणजी मैचों में 243 रन बनाये। वहीं आईपीएल 2019 में 17 मैचों में 383 रन ही बना सके।
प्रसाद ने कहा,‘‘घरेलू क्रिकेट में रैना का फार्म नहीं दिखा जबकि दूसरे युवाओं ने शानदार प्रदर्शन करके अपना दावा पुख्ता किया ।’’ रैना ने यूट्यूब शो ‘स्पोटर्स टॉक ’ में चयनकर्ताओं पर उन्हें बाहर करने के कारण नहीं बताने का आरोप लगाया जबकि प्रसाद ने कहा कि यह सही नहीं है।
उन्होंने कहा,‘‘यह दुखद है कि उन्होंने ऐसा कहा कि चयनकर्ता रणजी मैच नहीं देखते हैं। बीसीसीआई से रिकार्ड चेक कर लीजिये कि राष्ट्रीय चयन समिति ने पिछले चार साल में कितने मैच देखे।’’ प्रसाद ने कहा कि उन्होंने खुद रैना को बाहर करने के बारे में बताया था।
उन्होंने कहा,‘‘मैने निजी तौर पर उससे बात की थी। उसे अपने कमरे में बुलाकर भविष्य में वापसी के लिये उनसे अपेक्षाओं के बारे में बताया था। उस समय उन्होंने मेरे प्रयासों की सराहना की थी। अब उनकी बातें सुनकर मैं हैरान हूं।’’ उन्होंने कहा,‘‘मैने खुद लखनऊ और कानपुर में पिछले चार साल में उत्तर प्रदेश के चार रणजी मैच देखे। हमारी चयन समिति ने चार साल में 200 से ज्यादा रणजी मैच देखे।’’
उन्होंने कहा कि टीम से बाहर होने वाले सीनियर खिलाड़ी को मोहिंदर अमरनाथ का उदाहरण देखना चाहिये जो 20 साल के कैरियर में कई बाहर टीम से बाहर हुए और वापसी की। उन्होंने कहा,‘‘आप मोहिंदर अमरनाथ को देखिये। कितनी बार वह बाहर हुए और घरेलू क्रिकेटमें शानदार प्रदर्शन करके वापसी की।’’
गौरतलब है कि सुरेश रैना भारत के लिये 226 वनडे और 78 टी20 के अलावा 18 टेस्ट खेल चुके हैं और उन्होंने आखिरी अंतरराष्ट्रीय मैच जुलाई 2018 में इंग्लैंड के खिलाफ खेला था। पिछले साल रैना ने नीदरलैंड में अपने घुटने का ऑपरेशन भी कराया था।
(With PTI Inputs)